Gold buyers: दक्षिण कोरिया में सोना खरीदने की होड़, KOMSCO को रोकनी पड़ी गोल्ड बार्स की बिक्री
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 04:56 PM (IST)
नेशनल डेस्क: सोने की बढ़ रही वैश्विक मांग के बीच कोरिया मींटिंग सेक्योरिटी एन्ड आई डी कार्ड ऑपरेशन (कॉमसको ) के लिए लोगों को सोने की बार्स की सप्लाई करना मुश्किल हो रहा है। बढ़ रही मांग और आपूर्ति में आई कमी के चलते मिंट ने सोने की छड़ों की बिक्री अस्थायी रूप से रोक दी है। बिक्री निलंबन से पहले ही वाणिज्यिक बैंकों के जरिए सोने की छड़ों की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर थी। पिछले महीने कोरिया के वाणिज्यिक बैंकों में सोने की छड़ों की बिक्री 22.5 अरब वोन तक पहुंच गई थी। इस महीने की शुरुआत में ही 16.8 अरब वोन मूल्य की सोने की छड़ें बिक चुकी हैं, जो सोने की बढ़ती मांग को दर्शाता है। दिसंबर 2024 में यह बिक्री 14.2 अरब वोन थी।
वित्त उद्योग के सूत्रों के अनुसार कॉमसको ने 11 फरवरी को वाणिज्यिक बैंकों को एक आधिकारिक नोटिस भेजकर सोने की छड़ों की बिक्री रोकने का अनुरोध किया है। एक कंपनी अधिकारी ने बताया, सोने की कीमतों में तेज उछाल के कारण हमें कच्चे सोने की आपूर्ति में दिक्कत हो रही है, जिसके चलते बिक्री रोक दी गई है। हमें यह नहीं पता कि हम इसे फिर से कब शुरू कर पाएंगे।यह कदम ऐसे समय में आया है जब दुनियाभर के व्यापारी संभावित टैरिफ से पहले अमेरिका में सोने की छड़ें भेजने की होड़ में लगे हुए हैं। न्यूयॉर्क के कॉमेक्स में सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बेंच मार्क से ऊपर पहुंच गई हैं, जिससे बाजार में अभूतपूर्व तंगी और लंदन के वॉल्ट्स से रिकॉर्ड स्तर पर सोने की निकासी देखी जा रही है ।
अगले साल 4 हजार डालर को छू सकते हैं सोने के भाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। रॉयटर्स के अनुसार सोने की हाजिर कीमत 2,911.30 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस को पार कर गई हैं , जो इस साल सातवीं बार एक नया वार्षिक उच्च स्तर है। पिछले साल डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी से पहले ही सोने की कीमतों में 27% की वृद्धि हुई थी और इस साल भी यह तेजी जारी है। अब तक सोने की कीमतों में 11% की वृद्धि दर्ज की जा चुकी है।
वॉल स्ट्रीट के विश्लेषकों का मानना है कि सोने का ३ हजार डालर प्रति औंस का का स्तर छूना अब केवल समय की बात है। कुछ बाजार विशेषज्ञों का यह भी अनुमान है कि अगले साल सोना $4,000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है , क्योंकि वैश्विक व्यापार युद्ध की अनिश्चितताओं के बीच केंद्रीय बैंक लगातार सोने का भंडार बढ़ा रहे हैं। सिटी ग्रुप के विश्लेषकों ने 7 फरवरी को एक मेमो में कहा, "टैरिफ से वैश्विक आर्थिक वृद्धि और शेयर बाजारों को खतरा है, ऐसे में सोने की खरीदारी जोखिम प्रबंधन (हेजिंग) के रूप में की जा रही है। पिछले एक साल में सोने की कीमतों में लगभग 44% की वृद्धि हुई है, जिससे यह 12 प्रमुख एसेट क्लास में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला निवेश बन गया है।