सोने की रफ्तार पर ब्रेक! 7000 रुपए तक सस्ता हुआ गोल्ड, जानें आगे क्या होगा?
punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 11:47 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः पिछले कुछ हफ्तों में रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद सोने की कीमतों में तेजी अब थम गई है। घरेलू बाजार में यह अब अपने उच्चतम स्तर ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम से गिरकर ₹93,000 तक आ गया है। सोना अब ₹7,000 सस्ता हो चुका है। इस तरह सोने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी Comex पर स्पॉट गोल्ड करीब 2% टूटकर $3,255.60 प्रति औंस पर आ चुका है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह गिरावट आगे भी जारी रह सकती है, जबकि चांदी में निवेश का मौका बनता दिख रहा है।
गिरावट का क्या है कारण?
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन समेत अन्य प्रमुख देशों के बीच व्यापार तनाव में नरमी आने से सोने की सेफ-हेवन डिमांड में गिरावट आई है। इसके साथ ही निवेशकों की प्रॉफिट बुकिंग और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने के संकेत भी सोने की मांग को प्रभावित कर रहे हैं।
एक्सपर्ट्स ने बताया कि सोने की हालिया तेजी 'डर की लहर' से प्रेरित थी और ₹90,000 से ₹99,000 के दायरे को सिर्फ एक 'बबल फेज' माना जा सकता है। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अब सोना गिरकर MCX पर ₹88,000–₹89,000 और Comex पर $2,950–$3,000 तक आ सकता है। वहीं कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें अब ₹91,600–₹91,200 के स्तर पर कंसोलिडेशन करेंगी।
चांदी को लेकर बाजार में सकारात्मक
जहां सोने की रफ्तार थमती दिख रही है, वहीं चांदी को लेकर बाजार में सकारात्मक उम्मीदें बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का ध्यान अब Gold-to-Silver Ratio पर है, जो फिलहाल ऐतिहासिक ऊंचाई पर है। जब भी यह अनुपात 80 के पार जाता है, चांदी आमतौर पर सोने से बेहतर प्रदर्शन करती है।
हालांकि हाल ही में अमेरिका द्वारा सोलर पैनल पर लगाए गए टैरिफ के कारण चांदी की मांग कुछ समय के लिए धीमी हुई थी लेकिन किसी भी संभावित ट्रेड डील से इसमें अच्छी रिकवरी आ सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय चांदी "अंडरवैल्यूड" है और यह निवेश के लिए एक "असिमेट्रिक बेट" बन सकती है।
अगले 6 महीनों का अनुमान
- Comex पर चांदी $35–$38 प्रति औंस तक जा सकती है
- MCX पर ₹1,05,000–₹1,10,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है