मैथ्स को आसान भाषा में सिखाने की जरूरत, 2025 में NCERT चार और क्लास के लिए नई किताबों की तैयारी में
punjabkesari.in Saturday, Aug 31, 2024 - 01:25 PM (IST)
नई दिल्लीः राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने 2024 सेशन में कक्षा 3 और 6 के लिए नई किताबें जारी की हैं, जिसमें कक्षा 6 की गणित की किताब "गणित प्रकाश" में खेल-खेल में गणित सीखने का विशेष ध्यान रखा गया है। अब NCERT ने 2025 में कक्षा 4, 5, 7, और 9 के लिए नई किताबों की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार किताबों में कम कंटेंट और अधिक चित्रों का उपयोग किया जाएगा।
विशेष रूप से, गणित को आसान और सरल भाषा में सिखाने पर जोर दिया गया है, ताकि छात्रों को इस विषय को रुचिकर और समझने में आसान लगे। नई किताबों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों को शामिल किया गया है और स्थानीय भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
विलय के एक अधिकारी का कहना है कि बच्चे को स्वदेश प्रेम, अपने देश के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने, पर्यावरण की सुरक्षा समेत अनेक पहलुओं को ध्यान में रखकर इन किताबों की लापा गया है। कंटेंट कम, पिक्चर का इस्तेमाल ज्यादाः नई किताबों में कंटेट को कम किया गया है और प्रफिकार व पिक्चर वा भी ज्यादा इस्तेमाल किया गया है। 6th Class को मेधा की नई किताब गणित प्रकाश में नंबर प्ले, पार्क में जाकर खेल- खेल में गणित को समझने जैसे प्रयोग किए गए हैं।
'मैथ्स को आसान भाषा में सिखाने की जरूरत'
अधिकारी का कहना है कि देश में होने वाले अलग-अलग सर्वे में छात्र मैथ्स विषय को लेकर अपनी परेशानी बताते हैं और मैथ्स बहुत ही रुचिकर विषय है, बस जरूरत है बच्चे को शुरुआत से ही मैथ्स विषय को आसान और सरल भाषा में सिखाया जाए। 2024 में कक्षा 3 और 6 के अलावा अन्य किसी भी कक्षा के लिए मौजूदा पाठ्यक्रम या पाठ्यपुस्तकों में बदलाव नहीं किया गया है।
स्थानीय भारतीय भाषा सीखने पर जोर स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में बहुभाषावाद, स्कूलों में शिक्षा का माध्यम और छात्रों के लिए स्थानीय भारतीय भाषा में सीखने पर जोर दिया गया है। NCERT हिंदी और इंग्लिश के अलावा स्थानीय किताबे तैयार करवा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 इस बात पर जोर देती है कि छोटे बच्चे अपनी घरेलू भाषा, मातृभाषा में ज्यादा अधिक तेजी से सीखते और समझते है।
NCERT की योजना है कि अगले वर्ष के नए सत्र से पहले ही ये किताबें तैयार और उपलब्ध हो जाएं।