राजनीतिक जगत में दौड़ी शोक की लहर, दिग्गज बीजद नेता का हुआ निधन, छाया मातम
punjabkesari.in Monday, Mar 10, 2025 - 02:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ओडिशा के पूर्व उच्च शिक्षा और उद्योग मंत्री अनंत दास का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और भुवनेश्वर स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। ओडिशा के वरिष्ठ नेता और बीजू जनता दल (बीजद) के पूर्व मंत्री अनंत दास का निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे और उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके परिवार के अनुसार, उन्होंने सुबह करीब 3:45 बजे अपने सरकारी आवास पर अंतिम सांस ली। पूर्व मंत्री अनंत दास अपने पीछे पत्नी, तीन बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। उनके बेटे विश्वजीत दास ने बताया कि उनके पिता लंबे समय से अस्वस्थ थे और उनका इलाज चल रहा था।
चार बार के विधायक रहे अनंत दास
अनंत दास का जन्म 28 अगस्त 1940 को ओडिशा के बालेश्वर जिले के भोगराई ब्लॉक के कुरुतिया गांव में हुआ था। वह 2004, 2009, 2014 और 2019 में भोगराई विधानसभा सीट से बीजद के टिकट पर विधायक चुने गए। उन्होंने नवीन पटनायक सरकार में उद्योग मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री, सरकार के मुख्य सचेतक और बालासोर जिला योजना बोर्ड के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपने क्षेत्र और राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाई।
राजनीति में योगदान और जनसेवा
अनंत दास को एक जमीनी नेता माना जाता था, जिन्होंने भोगराई और बालेश्वर क्षेत्र के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित किया। वे अपने क्षेत्र के लोगों के लिए हमेशा उपलब्ध रहते थे और उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए तत्पर रहते थे। वे बीजू जनता दल के मुख्य सचेतक भी रहे, जहां उन्होंने पार्टी के अनुशासन और संगठन को मजबूत करने में अहम योगदान दिया। उनके नेतृत्व में भोगराई क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के कई बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए गए।
राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने जताया शोक
अनंत दास के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी समेत कई बड़े नेताओं ने दुख जताया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच X पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा,
"ओडिशा सरकार में मंत्री रहे अनंत दास के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उन्होंने ओडिशा के लोगों के लिए अमूल्य योगदान दिया। उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।"
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा,
"ओडिशा ने एक लोकप्रिय नेता और योग्य प्रशासक खो दिया है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।"
बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने कहा,
"अनंत दास लंबे समय तक एक प्रभावी जनप्रतिनिधि रहे। भोगराई और बालेश्वर के लोगों के लिए उनकी सेवाएं हमेशा याद की जाएंगी।"
भोगराई से विधायक गौतमबुद्ध दास ने कहा,
"हमने अपने क्षेत्र का एक महान नेता खो दिया है। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।"
ओडिशा की राजनीति में छूट गया एक बड़ा स्थान
अनंत दास के निधन के साथ ही ओडिशा की राजनीति में एक बड़ी रिक्तता आ गई है। वे एक अनुभवी राजनेता थे, जिन्होंने लंबे समय तक अपने राज्य और क्षेत्र की सेवा की। उनके जाने से ओडिशा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण युग का अंत हो गया। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में समर्थक, पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल हुए।