1988 में PM मोदी ने इस्तेमाल किया था डिजिटल कैमरा और Email? सोशल मीडिया में मचा बवाल
punjabkesari.in Monday, May 13, 2019 - 12:40 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चैनल को दिए इटंरव्यू में कहा कि उन्होंने 1988 में डिजिटल कैमरे से तस्वीर खींचकर ईमेल की थी। पीएम मोदी के इस दावे पर सब लोग हैरान हैं और गूगल पर सर्च किया जा रहा है कि कब डिजिटल कैमरे का पहला इस्तेमाल भारत में हुआ और किसने कब पहला ईमेल किया। वहीं सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर कई तरह के ट्वीट किए जा रहे हैं। सिर्फ यूजर्स ही नहीं राजनीतिक दल भी इस दावे की तह में जाने में लगे हुए हैं।
दोबारा मत पूछना कि कांग्रेस ने 60 सालों में क्या किया! pic.twitter.com/AAhO4M55wa
— Congress (@INCIndia) May 13, 2019
कांग्रेस ने भी पीएम मोदी के इंटरव्यू के उस हिस्से को ट्विटर पर शेयर किया है जिसमें उन्होंने दावा किया है। कांग्रेस ने इस वीडियों के साथ कैप्शन दिया, दोबारा मत पूछना कांग्रेस ने 60 साल क्या किया। वहीं कांग्रेस की IT सेल की प्रमुख दिव्या स्पंदना ने भी प्रधानमंत्री के इस कथन पर टिप्पणी की है। दिव्या ने लिखा कि क्या आप सोच सकते हैं कि 1988 में नरेंद्र मोदी की ईमेल आईडी क्या थी? मुझे लगता है dud@lol.com
In 1988, even in the developed west, email was available to a few academics and scientists but Modi somehow used it in 1988 in India before it was officially introduced to the rest of us in 1995. 😳 https://t.co/cq3nhRLEQJ
— Rupa Subramanya (@rupasubramanya) May 12, 2019
ये कहा था पीएम मोदी ने
पीएम मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि शायद...शायद मुझसे पहले किसी ने किया हो, पर मैंने पहली बार डिजिटल कैमरा का उपयोग 1987-1988 में किया और उस समय काफी कम लोगों के पास ईमेल रहता था। उन्होंने कहा कि मेरे यहां विरमगाम तहसील में आडवाणी जी की रैली थी, मैंने डिजिटल कैमरा पर उनकी फोटो खींच कर दिल्ली को ट्रांसमिट की।’ उस समय आडवाणी जी भी हैरान रह गए कि उनकी रंगीन तस्वीर लगी है वो भी एक दिन में। मोदी के इस दावे पर बहस छिड़ गई है। इकॉनोमिस्ट रूपा सुब्रमण्या ने लिखा कि 1988 में पश्चिमी देशों में भी कुछ ही वैज्ञानिकों के पास ही ईमेल था, लेकिन पीएम मोदी ने 1988 में ही हिंदुस्तान में ईमेल का इस्तेमाल कर लिया था, जबकि बाकी देश के लिए 1995 में इसका इस्तेमाल लागू हुआ।
This man is an incredible liar, digital camera in 1988, email in Mumbai in 1988. Man says whatever comes to his head. pic.twitter.com/Fd0bZytS9D
— Bottomlinesman🦉 (@chulbulThurram) May 12, 2019
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कमेंट किया कि प्रधानमंत्री के पास बटुआ नहीं था, क्योंकि पैसे नहीं थे लेकिन 1988 में ईमेल और डिजिटल कैमरा था। वहीं शाहिद अख्तर ने लिखा कि पहला डिजिटल कैमरा 1990 में बिक्री के लिए सामने आया था और यह लोजिटेक फोटोमैन का ग्रे वर्ज़न था लेकिन पीएम मोदी के पास 1988 में ही था, हैरत। इंटरनेट का भी इस्तेमाल भारत में 14 अगस्त, 1995 में आया था लेकिन पूएम मोदी ने उससे पहले ही इसे यूज कर लिया। उल्लेखनीय है कि इंटरनेट की सुविधा विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) के द्वारा जारी की गई थी। पीएम मोदी के डिजिटल कैमरा और ईमेल वाले बयान के साथ ही बादल और रडार भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।