पहलगाम हमले के बाद सरकार ने लिया बड़ा फैसला, पाकिस्तानी हिंदुओं को भी दिया बड़ा झटका
punjabkesari.in Sunday, Apr 27, 2025 - 06:44 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने एक और सख्त फैसला लिया है। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों की चारधाम यात्रा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। सरकार का यह निर्णय खास तौर पर उन 77 पाकिस्तानी हिंदू श्रद्धालुओं को प्रभावित करेगा जिन्होंने इस पवित्र यात्रा के लिए पहले ही पंजीकरण करा लिया था। चारधाम यात्रा को लेकर इस वर्ष श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। अब तक कुल 21 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं। खास बात यह है कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में भक्त आ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक 100 से अधिक देशों से 24,729 विदेशी श्रद्धालु चारधाम यात्रा में हिस्सा लेने के लिए पंजीकृत हुए हैं।
पहलगाम हमले के बाद एहतियातन कदम
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इसके बाद केंद्र सरकार ने चारधाम यात्रा की सुरक्षा को लेकर और ज्यादा सतर्कता बरती है। इसी के तहत पाकिस्तानी नागरिकों के यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम पूरी तरह एहतियातन उठाया गया है ताकि किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक को रोका जा सके।
पाकिस्तानी श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी की तैयारी
सरकार ने न केवल यात्रा पर रोक लगाई है, बल्कि पहले से पंजीकृत पाकिस्तानी श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी के भी पूरे इंतजाम किए हैं। उत्तराखंड प्रशासन ने इन श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके देश भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसमें सभी जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है ताकि किसी तरह की असुविधा न हो।
उत्तराखंड में सुरक्षा के विशेष इंतजाम
चारधाम यात्रा में शामिल हो रहे लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए उत्तराखंड प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है। यात्रा मार्गों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। ड्रोन से निगरानी, अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती और मेडिकल इमरजेंसी के लिए विशेष टीमें तैयार की गई हैं।
30 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा
गौरतलब है कि चारधाम यात्रा इस बार 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट विधिवत खुलने के साथ हेली सेवा भी शुरू होगी। बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। हर साल की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ, बद्रीविशाल, मां गंगा और मां यमुना के दर्शन के लिए पहुंचने वाले हैं।
सरकार की प्राथमिकता- सुरक्षा पहले
सरकार ने साफ कर दिया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। चाहे वह देश के नागरिक हों या विदेशी, हर किसी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। इस बार यात्रा को पूरी तरह से सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सरकार और प्रशासन ने पहले से ही व्यापक तैयारियां कर रखी हैं।