पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तानी आतंकी सैफुल्लाह महंगे लाइफस्टाइल का शौकीन, कश्मीर को ‘ठंडा न पड़ने’ देने की दी थी धमकी
punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 06:46 PM (IST)

International Desk: जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की छाया एक बार फिर सामने आ गई है। खुफिया एजेंसियों का दावा है कि इस हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद है, जो ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) नाम की आतंकी इकाई का संचालन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से कर रहा है। मंगलवार को हुए इस आतंकी हमले में अब तक 27 पर्यटक मारे गए हैं, जबकि 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। आतंकियों ने हमला उस वक्त किया जब बड़ी संख्या में पर्यटक बैसरन घाटी में मौजूद थे।
कौन है सैफुल्लाह खालिद ?
- सैफुल्लाह खालिद को सैफुल्लाह कसूरी के नाम से भी जाना जाता है।
- वह लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी चीफ है और हाफिज सईद का बेहद करीबी माना जाता है।
- वह PoK के रावलकोट से TRF का संचालन करता है।
- 2019 में जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया, उसी के बाद TRF का गठन किया गया था।
- सैफुल्लाह लग्जरी कारों का शौकीन है। उसकी सुरक्षा भारत के प्रधानमंत्री से भी ज्यादा है।
- वह कई लेयर की अत्याधुनिक हथियारों से लैस आतंकियों के घेरे में रहता है।
- सैफुल्लाह खालिद का पाकिस्तान में अफसर फूल बरसाकर स्वागत करते हैं।
- वह पाकिस्तान में वीवीआईपी की तरह घूमता है।
- सैफुल्लाह दो महीने पहले पाकिस्तान पंजाब में स्थित इलाक कंगनपुर में आया था।
- यहां एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी सेना के कर्नल जाहिद जरीन खटक ने उसका भाषण करवाया जिसमें उसने भारतीय सेना और के लोगों के खिलाफ जमकरजहर उगला था।
भड़काऊ भाषण में क्या कहा था सैफुल्लाह ने ?
मार्च 2025 में दिए गए एक वीडियो भाषण में, जिसकी पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है, सैफुल्लाह ने पाकिस्तान सरकार को चेताया था कि अगर कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नहीं उठाया गया, तो इसका अंजाम बुरा होगा। उसने कहा था: "तुम कश्मीर को ठंडा करोगे, तो दुश्मन बलूचिस्तान को गर्म करेगा, खैबर पख्तूनख्वा को गर्म करेगा। तुम्हारी मस्जिदें, मदरसे, बाजार और देश की शांति बर्बाद कर देगा।"सैफुल्लाह ने 2019 की एक बैठक का भी हवाला दिया, जिसमें तत्कालीन पाकिस्तानी गृह मंत्री शहरयार अफरीदी मौजूद थे और आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने कश्मीर के मुद्दे पर घुटने टेक दिए हैं।
TRF और इसकी भूमिका
TRF की शुरुआत लश्कर की एक ऑनलाइन यूनिट के तौर पर हुई थी, लेकिन जल्दी ही यह सक्रिय आतंकी संगठन बन गया। भारत सरकार ने जनवरी 2023 में TRF को गैरकानूनी और आतंकी संगठन घोषित किया। 2024 में TRF पर औपचारिक रूप से प्रतिबंध लगाया गया। TRF सुरक्षाबलों और आम नागरिकों की हत्या, आतंकियों की भर्ती, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी में सक्रिय रहा है।
हमले की भयावहता
- आतंकियों ने पर्यटकों से उनका नाम पूछा और जैसे ही उन्हें लगा कि कोई मुस्लिम नहीं है, उसे सिर में गोली मार दी गई।
- हमले में उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा और तमिलनाडु से आए पर्यटक मारे गए हैं।
- नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात के दो विदेशी पर्यटक भी मृतकों में शामिल हैं।
- आतंकियों ने करीब 10 मिनट तक लगातार गोलीबारी की।
सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल
हमले के बाद सोशल मीडिया पर चार आतंकियों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। हालांकि सेना या किसी सुरक्षा एजेंसी ने अब तक इनकी पुष्टि नहीं की है। फिलहाल सिर्फ संदिग्धों के स्केच जारी किए गए हैं। यह हमला पुलवामा अटैक (2019) के बाद जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे।