अब सब्जियों के लिए तरसेगा पड़ोसी देश, किसानों ने टमाटर के निर्यात पर लगाया प्रतिबंध
punjabkesari.in Friday, May 02, 2025 - 04:59 PM (IST)

इंटरनेशलन डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब कृषि व्यापार पर भी दिखाई देने लगा है। कर्नाटक के कोलार जिले के किसानों और व्यापारियों ने पाकिस्तान को टमाटर निर्यात पर पूरी तरह से रोक लगाने का फैसला किया है। कोलार जिले की एपीएमसी मंडी एशिया की दूसरी सबसे बड़ी टमाटर मंडी मानी जाती है। यहां से हर साल पाकिस्तान को 800 से 900 टन तक टमाटर की आपूर्ति की जाती थी। टमाटर की यह खेप पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और दुबई जैसे देशों में भी जाती थी। लेकिन अब कोलार से पाकिस्तान को एक भी टमाटर नहीं भेजा जाएगा।
हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई। इस घटना के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। इसके समर्थन में कोलार जिले के किसानों और व्यापारियों ने भी पाकिस्तान को टमाटर निर्यात न करने का ऐलान कर दिया है। उनका कहना है कि चाहे उन्हें आर्थिक नुकसान क्यों न हो, लेकिन वे पाकिस्तान को एक भी टमाटर नहीं भेजेंगे।
चिकन चंगेजी के लिए तरसेगा पाकिस्तान?
कोलार के टमाटर की गिनती देश में सबसे अच्छे गुणवत्ता वाले टमाटर में होती है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान में विशेष पकवानों जैसे चिकन चंगेजी में बड़े पैमाने पर होता है। ऐसे में विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस रोक से पाकिस्तान में सब्जियों की किल्लत और महंगाई बढ़ सकती है।
किसानों ने जताया सरकार के प्रति समर्थन
कोलार के किसानों और व्यापारियों ने कहा कि वे केंद्र सरकार के निर्णयों के साथ खड़े हैं। पाकिस्तान को टमाटर भेजकर वे अब कोई मुनाफा नहीं कमाना चाहते। सरकार की ओर से पहले ही पानी रोकने जैसे कदम उठाए जा चुके हैं, अब कृषि क्षेत्र ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है।
अब सब्जियों के लिए तरसेगा पड़ोसी देश
भारत से टमाटर की आपूर्ति पर रोक लगने के बाद पाकिस्तान में सब्जियों की भारी किल्लत की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में वहां के नागरिकों को न केवल टमाटर बल्कि अन्य जरूरी सब्जियों के लिए भी संघर्ष करना पड़ सकता है।