अगले 25 साल में मिलकर नए आयाम स्थापित करेंगे अमरीका और भारत: तरनजीत सिंह संधू

punjabkesari.in Wednesday, Aug 17, 2022 - 05:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अमरीका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि भारत समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की इच्छा रखता है और अमेरिका और भारत मिलकर अगले 25 वर्षों में नए आयाम स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका की साझेदारी दोनों देशों तथा दुनिया के लिए सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक बन गई है। संधू ने कहा कि चूंकि भारत सकारात्मक प्रगति कर रहा है और हमें भविष्य की पीढ़ियों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए और काम करना पड़ेगा। इस ‘अमृत काल’ का लक्ष्य समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर पहुंचना है। वह भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर इंडिया हाउस में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे।

संधू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन की अगुवाई में भारत-अमेरिका संबंध दोनों देशों के लिए तथा दुनिया के लिए सबसे अहम संबंधों में से एक बन गए हैं। हम वैश्विक शांति, स्थिरता और मानव विकास के लिए लगातार, मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भारतीय प्रवासी समुदाय एक अहम स्तंभ बना रहेगा। इस कार्यक्रम में कुचिपुड़ी, ओडिसी, कत्थक और भरतनाट्यम समेत भारतीय शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुतियों के साथ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय मूल के छात्रों ने भाग लिया। सीनेट और प्रतिनिधि सभा के वरिष्ठ सदस्यों समेत अमेरिका के सभी नेताओं और उद्योग, कला, विज्ञान आदि क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने इस मौके पर अपनी शुभकामनाएं दीं। अमेरिका की राजधानी में हुए इस कार्यक्रम में चुनिंदा प्रभावशाली लोग शामिल हुए।

संधू ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि भारत अनिश्चितताओं और जटिलताओं वाले क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता का प्रकाशस्तंभ रहा है। भारतीय राजदूत ने कहा कि आजादी से पहले 50 वर्षों तक भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर एक प्रतिशत से कम रही और आज इस दशक में यह दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। इस समारोह में अमेरिका की व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताइ मुख्य अतिथि थीं। संधू ने कहा कि  भारत ने लोगों को विकास देने के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाया है। इसके दो उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि  आज ग्रामीण भारत में 35 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं और शहरी भारत में इनकी संख्या 29 करोड़ है। इसके साथ ही दुनिया का 40 प्रतिशत डिजिटल लेनदेन भारत में होता है, जो किसी भी देश में सबसे अधिक है। कार्यक्रम में  व्हाइट हाउस का प्रतिनिधित्व कोरोना वायरस प्रतिक्रिया समन्वयक डॉ. आशीष झा और राष्ट्रीय औषधि नियंत्रण नीति के निदेशक डॉ. राहुल गुप्ता ने किया।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anil dev

Recommended News

Related News