डाक टिकटों को लेकर सामने आई पाक की करतूत, फोटोज में देखें सच्चाई

punjabkesari.in Tuesday, Oct 02, 2018 - 11:37 AM (IST)

पेशावरः  पाकिस्तान सरकार द्वारा कश्मीरी पंडितों की फोटो वाली डाक टिकट जारी करने पर कश्मीरी पंडितों ने विरोध जताया है। पाकिस्तान डाक विभाग ने कश्मीर में कथित मानवाधिकार उत्पीड़न को लेकर 20 डाक टिकट जारी किए हैं, जिनको कश्मीरी पंडितों ने जाली बताते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को लिखे अपने पत्र में कश्मीरी पंडितों ने पाक की करतूत का पर्दाफाश करते हुए कहा है कि पाकिस्तान का कश्मीर पर डाक टिकट जारी करना कश्मीर को दलदल में धकलेने का दुर्भावनापूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा कि इन डाक टिकटों में जारी एक तस्वीर 2010 में जंतर-मंतर के प्रदर्शन की है, जिसमें कश्मीरी पंडित संगठन रूट्स इन ने कश्मीर के बैनर तले शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था।

PunjabKesariकश्मीरी पंडितों ने पाकिस्तान को फर्जी तस्वीर जारी करके दुनियाभर में अपना प्रोपेगैंडा करने को लेकर लताड़ लगाई है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि इस्लामी कट्टरता के चलते उन्हें अपना घर छोड़ कर कश्मीर से जाना पड़ा। उन्होंने इस डाक टिकट की तस्वीर में शामिल सभी 9 लोगों की पहचान भी जारी की। डाक टिकट में पाकिस्तान ने ‘कश्मीर में अत्याचार’ और ‘लापता लोग’ जैसे कैप्शन भी इस्तेमाल किए हैं।
PunjabKesariरूट्स इन कश्मीर का कहना है कि भारत द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन का फर्जी प्रोपेगैंडा करने के लिए कश्मीरी पंडितों की तस्वीर का इस्तेमाल कर पाकिस्तान ने जले पर नमक छिड़कने जैसा काम किया है। असल में कश्मीर के मूल निवासी यानी कश्मीरी पंडितों का नस्लीय सफाया कर मानवाधिकारों का उल्लंघन पाकिस्तान ने किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से अपील की है कि संयुक्त राष्ट्र इस मामल में हस्तक्षेप करे, साथ ही पाकिस्तान सरकार को पत्र लिख कर डाक टिकट वापस लेने के लिए दबाव बनाए।
PunjabKesari उन्होंने यह भी लिखा है कि पाक सरकार कश्मीरी पंडितों पर हिंसा को लेकर माफी भी मांगे। पाकिस्तान डाक विभाग ने 24 सितंबर को ‘भारत के दमन के खिलाफ’ लड़ रहे कश्मीरियों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए ये डाक टिकट जारी किए थे। जारी किए गए डाक टिकटों के साथ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल, पैलट गन का इस्तेमाल, सामूहिक कब्रें और बुरहान वानी (1994-2016) फ्रीडम आइकॉन जैसे फर्जी कैप्शन लिखे गए हैं। बता दें कि वानी को सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में 8 जलाई, 2016 को मुठभेड़ में मार गिराया था। 
PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News