रोजाना ज्यादा दही खाना पड़ सकता है भारी, अच्छे बैक्टीरिया का बढ़ना भी हो सकता है नुकसानदायक
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 07:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क : दही को आमतौर पर सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक फूड है, जिसमें Lactobacillus और Bifidobacterium जैसे “अच्छे बैक्टीरिया” पाए जाते हैं, जो पाचन को सुधारने में मदद करते हैं। लेकिन विशेषज्ञ अब चेतावनी दे रहे हैं कि जरूरत से ज्यादा दही खाना सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
रोजाना ज्यादा दही खाने से हो सकता है नुकसान
अमेरिका स्थित Cedars-Sinai (2018) की एक रिसर्च के अनुसार, प्रोबायोटिक्स की अधिकता से शरीर में बैक्टीरियल असंतुलन हो सकता है। यानी जरूरत से ज्यादा दही खाने पर अच्छे बैक्टीरिया ही शरीर में हावी हो सकते हैं और जरूरी अन्य माइक्रोब्स को दबा सकते हैं। इससे गैस, ब्लोटिंग, डायरिया और कब्ज जैसी समस्याएं होने की आशंका रहती है। विशेषज्ञों के अनुसार, जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है या जिन्हें पहले से पाचन तंत्र से जुड़ी कोई समस्या है, उन्हें दही का सेवन सीमित करना चाहिए। ऐसे लोगों में दही की वजह से खमीर संक्रमण (Yeast Infection), पेट में जलन और फंगल इंफेक्शन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आयुर्वेद कहता है रात को दही खाने से बचें
आयुर्वेद के अनुसार, दही की तासीर ठंडी होती है, और रात को इसका सेवन कफ बढ़ा सकता है। इससे सर्दी-जुकाम, गले में खराश और अपच की समस्या हो सकती है। इसलिए दही को दिन में खाना बेहतर होता है, विशेष रूप से दोपहर के भोजन में। जब शरीर में प्रोबायोटिक्स की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाती है, तो ये इम्यून सिस्टम को ओवरएक्टिव कर देते हैं, जिससे स्किन एलर्जी, मुंह के छाले, और यूरिनरी इंफेक्शन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
कितनी मात्रा में खाना है दही?
विशेषज्ञों की सलाह है कि रोज़ाना आधे कटोरी से ज्यादा दही का सेवन नहीं करना चाहिए। दही को छाछ, रायता या लस्सी के रूप में लेना अधिक लाभकारी होता है क्योंकि इससे यह पचाने में आसान हो जाता है। मार्केट में मिलने वाले पैकेज्ड दही में प्रिजर्वेटिव्स और एडेड शुगर पाई जाती हैं, जो नुकसानदायक हो सकती हैं। इसलिए घर पर बना ताजा दही खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। ध्यान दें कि दही 24 घंटे से ज्यादा पुराना न हो।