Heart Attack: 40 साल से कम उम्र की महिलाओं में क्यों बढ़ रहा ज्यादा हार्ट अटैक? डॉक्टर ने बताया असली वजह

punjabkesari.in Monday, Dec 08, 2025 - 06:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल के वर्षों में डॉक्टरों ने एक चिंताजनक बदलाव नोट किया है। कम उम्र की महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पहले यह माना जाता था कि हार्ट की बीमारियां ज्यादातर 50–60 वर्ष के बाद ही दिखाई देती हैं, लेकिन अब 35–40 वर्ष की महिलाएं भी गंभीर हार्ट प्रॉब्लम्स का सामना कर रही हैं। इस बढ़ते खतरे के पीछे मुख्य कारण हैं तनाव से भरी दिनचर्या, नींद की कमी, अनियमित जीवनशैली और वे लक्षण जिन्हें महिलाएं अक्सर सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देती हैं।

यंग महिलाओं में क्यों बढ़ रहा है खतरा?
कार्डियोलॉजी विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार तनाव, लंबे काम के घंटे, देर रात तक जागना, गलत खानपान और शरीर के संकेतों को हल्के में लेना, युवा महिलाओं को हार्ट अटैक के ज्यादा करीब ले जा रहा है। कई महिलाएं यह मान लेती हैं कि इतनी कम उम्र में हार्ट से जुड़ी समस्या होना संभव नहीं है और यही सोच इलाज में देरी करा देती है।


कौन से शुरुआती संकेत महिलाएं मिस कर देती हैं?
➤ बिना वजह बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
➤ थोड़ा चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर सांस फूलना
➤ गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट के ऊपरी हिस्से में दबाव या दर्द
➤ चक्कर आना, मतली या अचानक पसीना आना
➤ सीने में हल्की कसावट या भारीपन


संकेत समझ में क्यों नहीं आते?
तनाव और थकान को असली वजह मान लेना
कई महिलाएं सारी समस्याओं को मानसिक तनाव, ज्यादा काम या नींद की कमी से जोड़ देती हैं।

कम उम्र वाली गलतफहमी
उन्हें लगता है कि “हार्ट अटैक तो बूढ़ी उम्र में होता है,” जबकि अब ऐसा नहीं है।

हार्मोनल समस्याएं
PCOS, थायरॉइड और एनीमिया यंग महिलाओं में आम हैं, जो दिल पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं।

हेल्थ चेकअप न करवाना
महिलाएं खुद को एक्टिव देखकर मान लेती हैं कि वे फिट हैं, जबकि हार्ट की बीमारी बिना लक्षणों के भी हो सकती है।

स्मोकिंग, क्रैश डाइट और गलत वर्कआउट
सिगरेट, एक्सट्रीम डाइटिंग और ओवर-ट्रेनिंग दिल के लिए बड़ा खतरा बन रहे हैं।

ये ट्रेंड क्यों गंभीर है?
भारत में युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में लगभग 30% की बढ़ोतरी देखी गई है। महिलाएं जब तक यह सोचती हैं कि लक्षण सामान्य हैं, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। देर से मिले इलाज की वजह से जान का जोखिम बढ़ जाता है।


महिलाओं को क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
सांस फूलना, अचानक थकान या सीने में भारीपन को हल्के में न लें
➤ हर साल जरूरी हेल्थ चेकअप करवाएं
➤ तनाव और नींद का ध्यान रखें
➤ स्मोकिंग, ओवर-ट्रेनिंग और क्रैश डाइट से बचें
➤ कोई भी असामान्य लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें


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Content Editor

Mansa Devi

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