‘मर जा…’मां का ये शब्द पड़ा भारी, 17 साल की लड़की ने 11वीं मंजिल से छलांग लगाने की कोशिश, फिर जो हुआ...
punjabkesari.in Monday, Dec 15, 2025 - 06:37 PM (IST)
नेशनल डेस्क: गुजरात के सूरत में रविवार देर शाम एक बेहद संवेदनशील और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब 17 साल की एक किशोरी ने मानसिक तनाव में आकर 11वीं मंज़िल से कूदने की कोशिश की। यह घटना शहर के एक व्यस्त इलाके में स्थित रेजिडेंशियल हाईराइज टॉवर की है। शाम के समय अचानक लोग उस वक्त दहशत में आ गए, जब उन्होंने एक किशोरी को बिल्डिंग की 11वीं मंज़िल की बालकनी की रेलिंग पर चढ़ा हुआ देखा। वह कुछ देर तक रेलिंग के किनारे खड़ी रही और नीचे झांकती नजर आई, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कुछ ही मिनटों में सूरत फायर ब्रिगेड की टीम तीन दमकल वाहनों और एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म के साथ मौके पर पहुंच गई। एहतियात के तौर पर पूरे इलाके को घेरकर सुरक्षा व्यवस्था की गई, ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन में कोई बाधा न आए।
ऊपर बालकनी में खड़ी किशोरी को शांत रखने के लिए एक फायर फाइटर लगातार उससे बातचीत करता रहा और उसे भरोसा दिलाने की कोशिश करता रहा। बेहद सावधानी के साथ हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म को 11वीं मंज़िल तक पहुंचाया गया। इस दौरान किशोरी कई बार नीचे की ओर देखती दिखाई दी, लेकिन फायर कर्मियों ने धैर्य बनाए रखा और उससे संवाद जारी रखा। मौके पर मौजूद एक महिला फायर अधिकारी और काउंसलर ने भी किशोरी से बात कर उसका ध्यान भटकाने और उसे सुरक्षित महसूस कराने की कोशिश की।
करीब 20 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की टीम किशोरी तक पहुंचने में सफल रही। सही मौके पर एक फायरमैन ने उसे मजबूती से पकड़ लिया और सुरक्षित तरीके से हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म पर खींच लिया। किशोरी के सुरक्षित नीचे आते ही वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने राहत की सांस ली और फायर ब्रिगेड टीम की जमकर सराहना की।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, किशोरी मानसिक तनाव से गुजर रही थी और कुछ पारिवारिक कारणों से परेशान थी। सूत्रों का कहना है कि किसी बात को लेकर मां ने गुस्से में बेटी को डांटते हुए कह दिया था, “इससे अच्छा तो तू मर जा।” बताया जा रहा है कि मां के ये शब्द किशोरी के दिल को गहराई से चुभ गए और आवेश में आकर उसने यह खतरनाक कदम उठाने की कोशिश की। घटना के बाद पुलिस ने किशोरी को काउंसलिंग के लिए चाइल्ड वेलफेयर टीम के हवाले कर दिया है। फिलहाल उसकी मानसिक स्थिति पर नजर रखी जा रही है और परिवार से भी बातचीत की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने।
