कर्नाटक में परीक्षा केंद्र पर छात्रों से जनेऊ उतारने को कहने के आरोप में सीईटी अधिकारियों पर मामला दर्ज

punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 11:29 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कर्नाटक के शिवमोगा जिले के आदिचुंचनगिरि पीयू कॉलेज में हुई एक विवादास्पद घटना में, सीईटी परीक्षा के केंद्र पर छात्रों से जनेऊ उतारने को कहे जाने के आरोप में कॉलेज के अधिकारियों और सुरक्षा कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह घटना छात्रों के धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली मानी जा रही है। पुलिस ने शनिवार को इस मामले की जानकारी दी और मामले की विस्तृत जांच की बात कही है।

घटना का विवरण और शिकायत

यह मामला कर्नाटक ब्राह्मण सभा के सदस्य नटराज भागवत की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया। भागवत ने पुलिस को बताया कि बुधवार को आदिचुंचनगिरि पीयू कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे तीन छात्रों से सुरक्षा कर्मचारियों ने परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने से पहले जनेऊ उतारने के लिए कहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना से छात्रों के साथ-साथ उनकी धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंची है। भागवत ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि इस घटना को जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया गया था, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद, उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की मांग की। कर्नाटक राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री, एम सी सुधाकर ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस की प्रारंभिक जांच और कॉलेज अधिकारियों का बयान

पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि जब कॉलेज अधिकारियों से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उनका कॉलेज केवल परीक्षा के लिए भवन उपलब्ध कराता है, और उन्होंने न तो छात्रों से जनेऊ उतारने के लिए कहा और न ही अन्य कोई निर्देश दिया। कॉलेज प्रशासन का कहना था कि उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है और उन्होंने केवल परीक्षा कक्ष की सुविधा प्रदान की थी।

वहीं, परीक्षा केंद्र के कर्मचारियों का कहना था कि उन्होंने छात्रों से किसी भी तरह की शर्ट या जनेऊ उतारने के लिए नहीं कहा। उनके मुताबिक, छात्रों से केवल "काशी धारा" (कलाव) हटाने के लिए कहा गया था।

कानूनी धाराएं और आरोप

पुलिस ने सीईटी के अधिकारियों और सुरक्षा कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें धारा 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), धारा 299 (जानबूझकर किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने का इरादा), धारा 351 (आपराधिक धमकी), धारा 352 (शांति भंग करने के इरादे से अपमानित करना) और अन्य धाराएं शामिल हैं।

धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दे

यह घटना धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि जनेऊ एक हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण प्रतीक है और इसे पहनने वाले पुरुषों के लिए यह धार्मिक पहचान का हिस्सा माना जाता है। ऐसे में परीक्षा केंद्र पर जनेऊ उतारने की मांग ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इस घटना को लेकर विभिन्न समुदायों के बीच प्रतिक्रिया सामने आई है, और कई लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं के उल्लंघन के रूप में देखा है।

राज्य सरकार की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई

राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री एम सी सुधाकर ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें दंडित किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। वे यह सुनिश्चित करने के लिए जांच कर रहे हैं कि इस घटना में कोई धार्मिक भेदभाव या अवांछनीय कार्यवाही तो नहीं हुई।


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News Editor

Rahul Rana

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