एचआईवी, वायरल हेपेटाइटिस और यौन संक्रमण से हर घंटे होती है 285 लोगों की मौत

punjabkesari.in Thursday, May 23, 2024 - 09:10 AM (IST)

नेशनल डेस्क: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.)  की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में हर दिन 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण का शिकार बन रहे हैं, इनमें से ज्यादातर मामले यौन संक्रमण के होते हैं। यह बीमारियां कितनी घातक हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एचआईवी, वायरल हेपेटाइटिस और यौन संक्रमणों की वजह से सालाना 25 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है, यानी हर घंटे 285 लोगों की जान इस बात का भी सबूत है कि यह बीमारियां अभी भी स्वास्थ्य के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई हैं।

मौतों को सीमित करने में जुटे हैं वैज्ञानिक
डाउन टू अर्थ की रिपोर्ट में आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए कहा गया है कि हर मिनट इन बीमारियों की वजह से औसतन पांच लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। वहीं 2020 में इनकी वजह से 23 लाख लोगों की जान गई थी। हालांकि 2025 तक इन मौतों को 17 लाख जबकि 2030 तक 10 लाख पर सीमित करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं यदि एच.आई.वी. से जुड़े आंकड़ों पर गौर करें तो इसके मामलों और संबंधित मौतों में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है। हालांकि इसके बावजूद गिरावट की यह दरें 2025 के लिए तय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए काफी नहीं हैं। जो दर्शाता है कि इस ओर किए जा रहे प्रयासों पर दोबारा गौर करने की जरूरत है। देखा जाए तो एचआईवी से निपटने के लिए एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी व्यापक रूप से उपलब्ध है। इसके बावजूद 2022 में एचआईवी की वजह से 630,000 मौतें हुई थी।

कैंसर की वजह बनते है संक्रमण
आपको जानकार हैरानी होगी की एचआईवी, वायरल हेपेटाइटिस और यौन संक्रमणों की वजह से हर साल 12 लाख लोग कैंसर की चपेट में आ रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां 2019 में हेपेटाइटिस की वजह से 11 लाख लोगों की मौत हुई थी, वहीं 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 13 लाख पर पहुंच गया। यह इस बात की ओर इशारा है कि रोकथाम, निदान और उपचार के प्रभावी साधन उपलब्ध होने के बावजूद, हेपेटाइटिस से संबंधित कैंसर और मौतों की संख्या बढ़ रही है। गौरतलब है कि इनमें से 11 लाख मौतें हेपेटाइटिस बी की वजह से हुई थी।

 


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Content Editor

Mahima

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