चीन ने आस्ट्रेलिया के साथ रोके सभी ''व्यापारिक समझौते'', अब लौह अयस्क को लेकर टेंशन में ड्रैगन

punjabkesari.in Saturday, May 08, 2021 - 02:47 PM (IST)

 बीजिंग: आस्ट्रेलिया के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (BRI) के दो समझौतों को रद्द करने के बाद चीन ने आस्ट्रेलिया को धमकाते हुए व्यापारिक समझौतों पर चल रही सभी गतिविधियों पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी है। चीन ने कहा है कि वह सभी व्यापारिक वार्ताओं को भी निलंबित रखेगा। बीजिंग ने आस्ट्रेलिया से कोयला, आयरन, गेहूं, वाइन सहित कई सामान के आयात को भी फिलहाल बंद कर दिया है।  लेकिन अब  ड्रैगन अपने सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता ऑस्ट्रेलिया के साथ बढ़ते तनाव के बीच चीन उच्च लौह अयस्क की कीमतों के बारे में चिंतित  है।

 

इसी कारण चीन निकट भविष्य में अपनी इस्पात की मांग को कम करने की दिशा में आगे बढ़ सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार चीन इस्पात क्षेत्र की कीमतें बढ़ने से चिंतित हैं। दरअसल चीन ऑस्ट्रेलिया से अपने लौह अयस्क का 50 प्रतिशत से अधिक आयात करता है, और किसी भी अन्य राष्ट्र की तुलना में अधिक लौह अयस्क का उपभोग करता है। कमोडिटी फर्म सीआरयू के वरिष्ठ विश्लेषक एरिक हेडबॉर्ग  के अनुसार "उच्च लौह अयस्क की कीमतों के साथ समस्या यह है कि पैसा स्टील उत्पादक देशों को छोड़कर लौह अयस्क उत्पादकों और लौह अयस्क का उत्पादन करने वाले देशों की सरकारों के साथ समाप्त हो रहा है ।

 

व्यापारिक समझौतों पर रोक पर चीन  सरकार ने  आरोप लगाया है कि आस्ट्रेलिया शीत युद्ध की मानसिकता और वैचारिक भेदभाव करते हुए सामान्य संबंधों को नुकसान पहुंचा रहा है। चीन अब सभी व्यापारिक समझौतों पर रोक लगा रहा है। चीन का ऐसा ही आक्रामक रवैया कुछ अन्य देशों की सरकार के साथ बना हुआ है। उसके भारत सहित कई देशों से सीमा विवाद और अन्य मामलों में संबंध बिल्कुल निचले स्तर पर आ गए हैं।

 

चीन के  आस्ट्रेलिया के साथ संबंध तब बिगड़े जब  आस्ट्रेलिया ने 2019 में कोरोना की शुरूआत को लेकर वायरस की उत्पत्ति के मामले में जांच की मांग की थी। चीन  ने तब आस्ट्रेलिया से कई सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। अभी भी आयरन जैसे कई अन्य वस्तुओं का आस्ट्रेलिया से आयात कर रहा था। आस्ट्रेलिया के लिए चीन अब तक विदेशी बाजार के रूप में पहले नंबर पर था।


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Content Writer

Tanuja

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