शपथ दौरान "विनय रेड्डी" का लिखा भाषण पढ़ेंगे बाइडेन, जाने भारत के लिए क्यों है खास

punjabkesari.in Wednesday, Jan 20, 2021 - 11:50 AM (IST)

न्यूयार्कः अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन आज 20 जनवरी को  अपने पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस दौरान सारी दुनिया के लिए बाइडेन का शुरुआती भाषण काफी अहम माना जा रहा है।  यह भाषण अमेरिका के साथ-साथ भारत के लिए भी बेहद खास है क्योंकि इसे तैयार एक भारतवंशी ने ही किया है। बाइडेन का यह भाषण भारतीय-अमेरिकी विनय रेड्डी ने तैयार किया है। रेड्डी इससे पहले भी चुनाव प्रचार के दौरान बाइडेन और कमला हैरिस के लिए भाषण लिख चुके हैं।  इतना ही नहीं बराक ओबामा  के कार्यकाल में  रेड्डी उप राष्ट्रपति बाइडेन के चीफ स्पीचराइटर यानि भाषण लिखने वाले थे। 

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शपथ के दौरान देश के नाम पहले भाषण में जो बाइडेन एकता के मुद्दे पर बात कर सकते ।  दोपहर 12 बजे (अमेरिका के समयानुसार) मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स उन्हें शपथ दिलाएंगे। इस दौरान वे संकट के दौर से गुजर रहे देश के लोगों से एक साथ आने की अपील करेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन का भाषण एकता के मुद्दे पर तैयार किया गया है।  यह स्पीच करीब 20-30 मिनट लंबी हो सकती है। 

 


 जाने कौन हैं विनय रेड्डी ?

  • राष्ट्रपति का भाषण लिखने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी विनय रेड्डी ओहायो के डायटन में पले-बढ़े हैं। 
  •  उन्होंने अपनी शिक्षा ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ से पूरी की है। 
  • उन्होंने बैचलर्स डिग्री मियामी यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है।
  • रेड्डी का परिवार तेलंगाना के पोथिरेडिपेटा गांव से है। 
  • इससे पहले वे 2013 से 2017 तक बाइडेन के मुख्य स्पीच राइटर भी रहे हैं। 

 

मीडिया रिपोर्ट्स  के अनुसार  बाइडेन नवंबर से पहले ही अपनी स्पीच पर काम कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के प्रेसिडेंशियल डिपार्टमेंट में ऑफिस ऑफ स्पीचराइटिंग शोध करने और राष्ट्रपति की स्पीच तैयार करने के लिए जिम्मेदार होता है।  बाइडेन के भाषण को एक बार माइक डॉनिलन जांच करेंगे। बायोग्राफर जॉन मीचम के साथ ही डॉनिलन लंबे समय से बाइडेन के सलाहकार रहे हैं। 



पहले राष्ट्रपति ने दी थी इतिहास की सबसे छोटी स्पीच  
 खास बात यह  है कि अमेरिका में राष्ट्रपति के भाषण की परंपरा जॉर्ज वॉशिंगटन के समय से चली आ रही है।  जॉर्ज वॉशिंगटन 30 अप्रैल 1789 को अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने थे। अपने पहले भाषण में उन्होंने नई और मुक्त सरकार के बारे में बात की थी। वहीं, अपने दूसरे कार्यकाल में उन्होंने 135 शब्दों की इतिहास की सबसे छोटी स्पीच दी थी. जबकि, 1841 में विलियम हैनरी हैरिसन ने 8455 शब्दों वाली सबसे लंबी स्पीच दी थी.


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Tanuja

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