डोनाल्ड ट्रंप ने एक झटके में हटाए 100 सुरक्षा अधिकारी, भारत-चीन-यूक्रेन नीति में बड़ा बदलाव
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 07:51 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक चौंकाने वाला और बड़ा फैसला लेते हुए नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (NSC) में तैनात 100 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है। यह सभी अधिकारी इंडो-पैसिफिक, ईरान और यूक्रेन से जुड़ी रणनीतिक डेस्क पर काम कर रहे थे। यह फैसला ट्रंप प्रशासन की उस मुहिम का हिस्सा माना जा रहा है जिसमें वे अमेरिका की डीप-स्टेट व्यवस्था को खत्म करना चाहते हैं।
किन-किन विभागों पर पड़ा असर
ट्रंप द्वारा हटाए गए अधिकारी मुख्य रूप से जिन विभागों में तैनात थे, उनमें शामिल हैं:
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इंडो-पैसिफिक डेस्क: भारत, चीन, दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे देशों से जुड़ी नीतियां
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ईरान डेस्क: अमेरिका-ईरान परमाणु समझौते और मध्य-पूर्व रणनीति
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यूक्रेन डेस्क: रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिका की भूमिका और सहायता नीति
इस फैसले के बाद इन क्षेत्रों में अमेरिका की रणनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
भारत-पाकिस्तान युद्धविराम पर भी घमासान
ट्रंप ने हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम का क्रेडिट लेने की कोशिश की थी। उन्होंने दावा किया था कि उनके प्रयासों से दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ। लेकिन भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच सामान्य बातचीत चल रही थी और ट्रंप ने इसपर राजनीतिक अंक बटोरने की कोशिश की। इस विवाद के बाद इंडो-पैसिफिक डेस्क पर बैठे कई अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया।
यूक्रेन नीति में पूरी तरह पलटी खाई
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान ट्रंप ने अमेरिका की पूरी रणनीति ही बदल डाली। बाइडेन प्रशासन जहां यूक्रेन को हथियार और वित्तीय सहायता दे रहा था, वहीं ट्रंप ने सत्ता संभालते ही यह मदद रोक दी। उन्होंने रूस के साथ किसी टकराव से बचने की नीति अपनाई, जिससे यूक्रेन डेस्क पर बैठे अधिकारियों की भूमिका को लेकर कई सवाल उठे।
ईरान से बातचीत की नई पहल
ट्रंप प्रशासन ने ईरान से परमाणु वार्ता को फिर से शुरू किया है। बाइडेन के समय जहां ईरान से रिश्तों में खटास बनी हुई थी, वहीं ट्रंप ने इस दिशा में सकारात्मक रुख अपनाया है। दोनों देशों के प्रतिनिधि इन दिनों इटली की राजधानी रोम में बैठकें कर रहे हैं। इसी क्रम में ईरान डेस्क से जुड़े कई अधिकारियों की भूमिका को ‘पूर्वगामी नीति से जुड़ा’ मानकर हटाया गया।
NSA को भी हटाया, नई जिम्मेदारी मार्को रुबियो को
राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) माइक वाल्ट्ज को भी पद से हटा दिया था। वाल्ट्ज पर यह आरोप था कि उन्होंने मध्य-पूर्व ऑपरेशन की जानकारी सिग्नल ऐप पर एक पत्रकार से साझा कर दी थी। उनकी जगह अब विदेश सचिव मार्को रुबियो को NSA का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। यही रूबियो अब NSC में व्यापक बदलावों को अंजाम दे रहे हैं।
डीप-स्टेट के खिलाफ ट्रंप की मुहिम
ट्रंप का यह कदम इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि वे लंबे समय से डीप-स्टेट यानी अदृश्य सरकारी ताकतों के खिलाफ अभियान छेड़े हुए हैं। उनका आरोप है कि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की पूरी सरकार उन्हीं अधिकारियों के इशारे पर चल रही थी, जो अमेरिका की नीतियों को पर्दे के पीछे से नियंत्रित कर रहे थे। ट्रंप का मानना है कि जब तक ऐसे अधिकारी पदों पर रहेंगे, अमेरिका की नीतियां आम लोगों के हित में नहीं हो सकतीं।