कैसा होगा आपका करियर, हस्त रेखा से जान सकते हैं आप!

punjabkesari.in Tuesday, Mar 16, 2021 - 06:18 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हर कोई चाहता है कि उसका करियर अच्छा हो, इसके लिए मेहनत  भी प्रत्येक व्यक्ति करता है। पर ये जानने की इच्छा लगभग हर किसी को होती है कि उसके द्वारा किया गया परिश्रम आखिर कब फल लाएगा। अगर आप भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, तो चलिए आज आपको इससे जुड़ी खास जानकारी देते हैं। जी हां ज्योतिष शास्त्र व हस्त शास्त्र में करियर संबंधी बहुत सी बातों बताई गई है। इसमें हाथ की रेखाओं द्वारा ये पता लगाया जा सकता है कि किसी भी व्यक्ति का भविष्य में करियर कैसा रूख लेगा। इतना ही नहीं बल्कि हाथ की रेखा से ये भी जाना जा सकता है कि व्यक्ति भविष्य में कौन सा काम करेगाा। तो आइए जानते हैं हस्त रेखा में बताई करियर संबंधी खास बातें- 

भाग्य रेखा चंद्र क्षेत्र से उदित होकर शनि क्षेत्र तक जाए तो ऐसे जातक को रोजगार केक्षेत्र में स्त्री जातक की सहायता प्राप्ति के योग होते हैं।

सूर्य रेखा के बीचों-बीच द्वीप चिन्ह हो, अनामिका और मध्यमा बराबर हों तो ऐसे जातक को सट्टे के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

यदि जीवन और मस्तिष्क रेखा के आरंभ में अधिक अंतर हो तो ऐसे जातक को सट्टे, लाटरी आदि के क्षेत्र में हानि के योग होते हैं।

सूर्य रेखा से शाखा निकल कर गुरु पर्वत पर जाए और रेखा के अंत में गुरु क्षेत्र पर तारे का चिन्ह हो, तो जातक किसी संस्था में उच्चाधिकारी के रूप में रोजगार प्राप्त करता है।

कनिष्ठा का दूसरा पर्व लम्बा हो, बुध क्षेत्र पर कई खड़ी रेखाएं हों तो जातक चिकित्सा के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करता है।

अनामिका उंगली अधिक लम्बी हो तो संभव है कि जातक शेयर, सट्टा अथवा जुआ, लाटरी आदि से रोजगार प्राप्त करे।

अनामिका मध्यमा से बड़ी हो तो जातक जो रोजगार करेगा उसमें अत्यधिक लाभ अथवा हानि प्राप्त कर सकता है।

अनामिका कनिष्ठिका की अपेक्षा अधिक लम्बी हो तो ऐसे जातक कला, साहित्य एवं संगीत के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करते हैं।

कनिष्ठिका तर्जनी के बराबर होने पर ऐसे जातक को राजनीति के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

गुरु पर्वत उन्नत और तर्जनी उंगली का द्वितीय पर्व लम्बा हो तो ऐसे जातक के व्यापार अथवा व्यवसाय के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

शनि पर्वत उन्नत हो तथा मध्यमा का प्रथम पर्व लम्बा हो तो ऐसे जातक को गुप्त विद्याओं, राजनीति एवं लेखन कार्य से रोजगार मिलता है।

मध्यमा उंगली का द्वितीय पर्व लम्बा हो तो जातक लोहा, भूमिगत वस्तुओं अथवा रसायन संबंधित कार्य में रोजगार प्राप्त करता है।

बुध पर्वत साधारण उन्नत, इस पर तीन सही रेखाएं हों तो ऐसे जातक को चिकित्सा के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

कनिष्ठिका उंगली का प्रथम पर्व लम्बा तथा नाखून छोटे हों तो जातक को वकालत के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

कनिष्ठिका उंगली का दूसरा पर्व लम्बा हो तो जातक को विज्ञान अथवा चिकित्सा के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त होते हैं।

यदि मंगल क्षेत्र उन्नत हो एवं शुभ लक्षणों से युक्त हो तो जातक पुलिस, सेना अथवा फौज में रोजगार प्राप्त करता है।

ऌमंगल क्षेत्र उन्नत न हो एवं अशुभ लक्षणों से युक्त हो तो जातक अनैतिक कार्यों से रोजगार प्राप्त करता है।

मस्तिष्क रेखा लम्बी एवं दोषरहित हो और मस्तिष्क रेखा तथा हृदय रेखा के मध्य का भाग चौड़ा हो, तर्जनी उंगली का अग्रभाग चतुष्कोणाकार हो तो ऐसे जातक को न्याय के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

मस्तिष्क रेखा लम्बी हो और चंद्र पर्वत की ओर झुकी हुई हो, सूर्य रेखा लम्बी हो तथा मध्यमा और अनामिका उंगलियां बराबर हो तो जातक वायुयान एवं यात्राओं से रोजगार प्राप्त करता है।

मस्तिष्क रेखा पर सूर्य पर्वत के नीचे सफेद बिंदू चिन्ह हो तो जातक को साहित्यिक क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

बुध क्षेत्र के समीप मस्तिष्क रेखा पर सफेद बिंदू हो तो ऐसे जातक को आविष्कार के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।

-पंडित कमल राधाकृष्ण श्रीमाली


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Content Writer

Jyoti

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