महिला-पुरूष को नहाने से पूर्व नहीं करना चाहिए ये काम, मिलते हैं घातक परिणाम
punjabkesari.in Saturday, May 27, 2017 - 09:37 AM (IST)

शास्त्रों में नींद को आधी मौत माना गया है इसलिए नींद के बाद किसी भी शुभ काम को बिना नहाए करना निषेध माना गया है। नींद के बाद मानव शरीर उस प्रेत के समान होता है जिसमें अत्मा ने पुन: प्रवेश किया है इसलिए दैनिक पंचम कर्म में किसी भी काम को करने से पहले शुद्ध होना अवश्यक है। दातुन करने के बाद भोजन करना शक्तिकारक और पुष्टिवर्धक हो जाता है अन्यथा बिना नहाए भोजन करना दैत्यों और राक्षसों जैसी प्रवृतियों को जन्म देता है। जब कोई व्यक्ति सोकर उठता है तो वह आधी मृत्यु की अवस्था में होता है। आत्मा दो तरह से मानव शरीर में निवास करती है एक सूक्ष्म और दूसरी है स्थूल अवस्था।जब हम निद्रा में होते हैं तो हमारे शरीर में जो सूक्ष्म आत्मा है वो हमारे शरीर में (जिसे हम मन और कुण्डलिनी भी कहते हैं ) मन के संसार में विचरण करती है तथा यही आत्मा हमें वो स्वप्न दिखाती है जो झटनाएं भविष्य में हो सकती हैं यह अवस्था आधी सोई और आधी जागी होती है।
आपने अक्सर अपने घर के बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि नहाने से पहले खाना नहीं खाना चाहिए। हालांकि वर्तमान समय में इन बातों पर गौर नहीं किया जाता, लेकिन इस तथ्य के पीछे न सिर्फ धार्मिक बल्कि वैज्ञानिक कारण भी हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार नहाने से शरीर के हर भाग को नया जीवन मिलता है। शरीर में पिछले दिन का एकत्र सभी तरह का मैल नहाने व मंजन से साफ हो जाता है व शरीर में एक नई ताजगी व स्फूर्ति आ जाती है, जिससे स्वाभाविक रूप से भूख लगती है। उस समय किए गए भोजन का रस हमारे शरीर के लिए पुष्टिवर्धक होता है।
जबकि नहाने से पहले कुछ भी खाने से हमारी जठराग्नि उसे पचाने में लग जाती हैं। स्नान करने पर शरीर ठंडा हो जाता है जिससे पेट की पाचन शक्ति मंद हो जाती है। इसके कारण हमारी आंते कमजोर होती हैं, कब्ज की शिकायत रहती है व अन्य कई प्रकार के रोग हो जाते हैं इसलिए नहाने से पहले भोजन करना वर्जित माना गया है। आवश्यक हो तो गन्ने का रस, पानी, दूध, फल व दवा नहाने से पहले लिए जा सकते हैं क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है जिससे यह जल्दी पच जाते हैं।
आचार्य कमल नंदलाल
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