क्या है इस मंदिर के चमत्कारी फर्श का राज? जानें, महिलाएं कैसे हो जाती हैं गर्भवती !
punjabkesari.in Monday, May 19, 2025 - 04:16 PM (IST)

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Simsa Mata mandir: भारत एक ऐसा देश है जहां हर दिन कोई न कोई नया चमत्कार देखने को मिल ही जाता है। यह मंदिर बहुत अनोखा, अविश्वसनीय और अद्भुत है। एक ऐसा चमत्कार जिसे हर महिला महसूस करना चाहती है, हर महिला का सपना होता है मां बनने का वो अपने बच्चे के लिए कितने ही सपने सजाती है। लेकिन किसी न किसी कारणवश हर महिला का ये सपना पूरा नहीं हो पाता। हर औरत की किस्मत में ये सुख नहीं होता और लाख कोशिशों के बाद भी कई महिलाएं मां नहीं बन पाती। ऐसी औरतों को हमारे समाज में बांझ कहा जाता है। जिस वजह से औरते मन ही मन को खुद को कोसती रहती है। इसके बाद जब औरत खुद से हार जाती है, ऐसे में एक ही कहावत याद आती है कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं। इस बात का सबूत है माता रानी का ये अनोखा मंदिर। भक्तों के विश्वास और आस्था से जुड़े एक ऐसे मंदिर में जिसका रहस्य बेहद दिलचस्प है।
इस मंदिर की सबसे दिलचस्प बात ये है कि यहां पर औरतों की वो इच्छा पूरी होती है जिसके आगे दुनिया की बड़ी से बड़ी टेक्नोलॉजी ने अपने घुटने टेक दिए हों। मां के पावन धाम के परिसर में सिर्फ सोने से महिलाएं गर्भवती हो जाती हैं। ये सुनकर आपको थोड़ा अटपटा तो जरूर लगेगा। लेकिन मां की महिमा को कौन जान पाया है। कहते हैं न जहां आस्था है वहां सब संभव है और ऐसा संभव होता है हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित माता सिमसा के मंदिर में। मान्यता है कि संतान प्राप्ति के लिए इच्छुक जो भी महिलाएं यहां जमीन पर सोती है, वे कुछ ही दिनों में गर्भवती हो जाती हैं। ऐसा विश्वास है कि मां शारदा खुद सपने में आकर महिलाओं को संकेत देती हैं कि उनको पुत्र होगा या पुत्री। इस मंदिर की इसी विशेषता के कारण इसे संतान प्राप्ति के मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
इस मंदिर से जुड़ी खास बात
ऐसे एक और हैरान करने वाली बात ये कि जो महिला गर्भवती नहीं हो सकती उसका संकेत भी मां सपने में दे देती है। इसके बाद भी अगर वो महिला मंदिर प्रागंण में लेटी रही तो उसके शरीर में खुजली होने लगती है और लाल दाग बनने लगते हैं जिस कारण उस महिला को परिसर से मजबूरन जाना पड़ता है, तो वहीं इस मंदिर के पास ही एक बड़ा सा पत्थर है जिसे जितना भी ज़ोर से धक्का लगा लो वो टस से मस नहीं होता.. अब इसमें चौकाने वाली बात ये है कि पत्थर भी मां के चमत्कार से हिलाया जा सकता है। बस माता रानी का नाम लेते हुए छोटी उंगली से पत्थर को छूना पड़ता है। जिसके बाद पत्थर खुद-ब-खुद हिलने लगता है।