May Panchak 2025: मई पंचक में काले तिल के ये 5 काम कर देंगे कमाल, हर बाधा होगी दूर

punjabkesari.in Sunday, May 18, 2025 - 06:48 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

May Panchak 2025: पंचक का समय हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह वह अवधि है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में प्रवेश करता है। मई 2025 में पंचक का समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पंचक के दौरान कई शुभ और अशुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है। लेकिन काले तिल का प्रयोग इस अवधि में शुभता बनाए रखने के लिए अत्यंत प्रभावी माना गया है। यह समय लगभग 5 दिनों तक रहता है। इस दौरान कुछ कार्य वर्जित माने जाते हैं, जैसे कि यात्रा, घर निर्माण और नई वस्तुओं की खरीद। हालांकि, कुछ उपाय करने से पंचक का अशुभ प्रभाव कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि मई माह के पंचक के दौरान काले तिल से कौन से 5 काम करने चाहिए।

पंचक में काले तिल का महत्व:

काले तिल को पंचक के दौरान विशेष रूप से उपयोगी माना गया है। मान्यता है कि काले तिल से जुड़े उपाय पंचक के दोषों को शांत करते हैं और शुभता बनाए रखते हैं। काले तिल का प्रयोग नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सुख-समृद्धि लाने के लिए किया जाता है।

पंचक में काले तिल से करें ये 5 काम:

काले तिल का दान: पंचक के पहले दिन काले तिल का दान करने से ग्रह दोष कम होते हैं। इसे किसी जरूरतमंद को दान करें।

काले तिल से अभिषेक: भगवान शिव का काले तिल और जल से अभिषेक करें। इससे शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और पंचक के कुप्रभाव से बचाव होता है।

काले तिल का हवन: पंचक के समय हवन में काले तिल का आहुति देना अत्यंत शुभ माना गया है। इससे वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।

काले तिल का ताबीज: पंचक के दौरान काले तिल को लाल कपड़े में बांधकर ताबीज के रूप में धारण करें। इसे घर के मुख्य द्वार पर भी बांधा जा सकता है।

काले तिल का उपाय यात्रा के लिए: यदि पंचक में यात्रा अनिवार्य हो, तो यात्रा शुरू करने से पहले काले तिल का सेवन करें या उसे साथ रखें। इससे यात्रा सुरक्षित रहती है और विपत्तियों का सामना नहीं करना पड़ता।

हनुमान जी की पूजा: पंचक के समय में हनुमान जी की पूजा अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। विशेषकर मंगलवार या शनिवार को हनुमान मंदिर जाकर काले तिल चढ़ाना शुभ फल देता है। मान्यता है कि हनुमान जी नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं और पंचक के दुष्प्रभावों को कम करते हैं। इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ करना भी विशेष रूप से फलदायी होता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Prachi Sharma

Related News