Chanakya Niti: मां लक्ष्मी की कृपा चाहिए तो इन 5 लोगों से न करें दुर्व्यवहार !
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 07:22 AM (IST)

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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को प्राचीन भारत के महान विद्वानों में से एक माना जाता है। उनकी नीति शास्त्र और जीवन के अनमोल सिद्धांत आज भी लोगों का मार्गदर्शन करते हैं। चाणक्य नीति में ऐसे कई उपदेश मिलते हैं जो समाज, राजनीति और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। उनमें से एक महत्वपूर्ण शिक्षा यह है कि कुछ विशेष लोगों को सताना नहीं चाहिए, वरना माता लक्ष्मी का आशीर्वाद हमसे दूर हो सकता है। आइए जानते हैं वे 5 लोग कौन हैं जिन्हें कष्ट देने से हमेशा बचना चाहिए।
गुरु या शिक्षक
गुरु का स्थान जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। चाणक्य कहते हैं कि गुरु ही वह व्यक्ति है जो हमें अज्ञान के अंधकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश में ले जाता है। अगर हम गुरु का अपमान या अनादर करते हैं, तो ज्ञान और सफलता का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। माता लक्ष्मी ऐसे लोगों से दूर हो जाती हैं जो अपने शिक्षक का सम्मान नहीं करते।
माता-पिता
माता-पिता का स्थान ईश्वर के समान होता है। चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति अपने माता-पिता का अनादर या उन्हें कष्ट पहुंचाता है, उसके जीवन में कभी सुख-शांति नहीं रहती। माता लक्ष्मी ऐसे घर में वास नहीं करती जहां माता-पिता का अपमान होता है।
गरीब और असहाय व्यक्ति
चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति गरीबों और असहायों का उपहास करता है या उन्हें कष्ट देता है, वह व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता। गरीब और असहाय व्यक्ति ईश्वर का ही रूप होते हैं। ऐसे लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने से पाप लगता है और माता लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं।
गाय और पशु-पक्षी
भारतीय संस्कृति में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति गायों और अन्य निर्दोष पशु-पक्षियों को कष्ट पहुंचाता है, उसके जीवन में अशांति और दरिद्रता का वास होता है। गाय की सेवा करने से माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
महिलाएं और कन्याएं
चाणक्य कहते हैं कि महिलाओं और कन्याओं का सम्मान करना अत्यंत आवश्यक है। जो व्यक्ति महिलाओं का अपमान या उनके साथ दुर्व्यवहार करता है, वह कभी उन्नति नहीं कर पाता। माता लक्ष्मी का वास केवल उन्हीं घरों में होता है जहां महिलाओं का सम्मान होता है।