Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि के दिन शिव जी के इन मंदिरों के करें दर्शन, मनचाही इच्छा होगी पूरी
punjabkesari.in Saturday, Feb 15, 2025 - 02:33 PM (IST)
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शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Maha Shivratri 2025: सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। फाल्गुन माह की चतुर्दशी तिथि को हर साल बहुत ही धूमधाम के साथ महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। इस साल 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। इस खास दिन पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने से जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। साथ ही मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। वहीं महाशिवरात्रि के दिन शिव के मंदिरों में दर्शन करने मात्र से ही जीवन के सभी दुख और कष्ट दूर हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन शिव जी के कौन-कौन से मंदिरों के दर्शन करने चाहिए।
नागेश्वर मंदिर
नागेश्वर मंदिर गुजरात के बड़ौदा में स्थित है। इसे शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों से एक माना जाता है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिव जी के इस मंदिर के दर्शन करने से मन की हर इच्छा पूरी होती है। साथ ही जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है।
महाकालेश्वर मंदिर
शिवजी का महाकालेश्वर मंदिर में मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। यह मंदिर भी शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर के दर्शन करने से आपके पापों का नाश हो जाता है।
काशी विश्वनाथ
काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में है। वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ की मान्यता अन्य जगहों से ज्यादा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, काशी नगरी भगवान महादेव ने बसाई थी। इस स्थान पर भगवान शिव और मां पार्वती का प्रिय स्थान भी माना जाता है। कहा जाता है कि शिव जी के इस मंदिर के दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सोमनाथ मंदिर
गुजरात का सोमनाथ मंदिर भी 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। सोमनाथ मंदिर गुजरात के प्रभास इलाके में है। इस मंदिर पर महमूद गजनवी ने कई बार आक्रमण किया और इसे तोड़ा। लेकिन इतने हमलों के बाद भी वह इस मंदिर का कुछ नहीं बिगाड़ पाया। महाशिवरात्रि के दिन यहां दर्शन करने जातकों को जाना चाहिए।