Banke Bihari Mandir : क्यों बदली बांके बिहारी मंदिर की परंपरा ? ठाकुर जी ने छोड़ी फूल मालाएं, अपनाई मोतियों की माला

punjabkesari.in Tuesday, Dec 09, 2025 - 08:41 AM (IST)

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Banke Bihari Mandir : सर्दियों की शुरुआत के साथ ही वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भी सेवाओं और श्रृंगार में मौसम के अनुसार बदलाव किए गए हैं। बढ़ती ठंड को देखते हुए अब ठाकुरजी को गर्म कपड़ों का पहनावा कराया जा रहा है ताकि तापमान में गिरावट का प्रभाव उन पर न पड़े।

भोग में भी परिवर्तन किया गया है। इस समय ठाकुरजी को ड्राई फ्रूट्स, केसर और ऐसे व्यंजन परोसे जा रहे हैं, जो शरीर को गर्माहट देते हैं। वहीं, फूलों से निकलने वाली नमी से ठंड का असर न बढ़े, इसके लिए सेवायतों ने फूल-मालाओं का प्रयोग फिलहाल बंद कर दिया है। अब ठाकुरजी को फूलों की जगह मोतियों की सुंदर माला पहनाई जा रही है।

मंदिर की सजावट में भी फूलों का उपयोग पूरी तरह रोक दिया गया है। इसकी जगह कपड़ों और गुब्बारों से मंदिर को सजाया जा रहा है, ताकि वातावरण शुष्क और आरामदायक बना रहे।

ठाकुर बांकेबिहारी की सेवा-पूजा का स्वरूप हमेशा से एक बालक की तरह रहा है। जिस प्रकार ब्रज के घरों में माता-पिता मौसम के अनुसार लड्डू गोपाल की देखभाल करते हैं, उसी प्रकार मंदिर के सेवायत भी ठाकुरजी के लिए मौसम के हिसाब से भोग, वस्त्र और श्रृंगार निर्धारित करते हैं। सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी के अनुसार, सर्दी के दिनों में ठाकुरजी के श्रृंगार में बदलाव की यह परंपरा हर साल निभाई जाती है।


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Content Editor

Prachi Sharma

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