Kala Bhairav Jayanti: काल भैरव जयंती पर कठिनाइयों और नकारात्मक शक्तियों से बचने के लिए करें ये काम

punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2024 - 03:28 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Kala Bhairav Jayanti 2024: भैरव बाबा की पूजा का अत्यधिक महत्व है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो आत्मिक उन्नति, मानसिक शांति और जीवन में सुख-समृद्धि की तलाश में होते हैं। काल भैरव, जिन्हें भगवान शिव का रूप माना जाता है, उनके बारे में विशेष रूप से यह माना जाता है कि वे हर प्रकार की कठिनाइयों और नकारात्मक शक्तियों से बचाने वाले देवता हैं। आइए, जानते हैं भैरव बाबा की पूजा का महत्व:

PunjabKesari Kala Bhairav Jayanti
भैरव अष्टकशरी स्तोत्र या भैरव बाण
भैरव बाण अथवा काल भैरव अष्टकशरी स्तोत्र का पाठ करें। यह विशेष रूप से भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।

दान-पुण्य और सेवा
इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन या वस्त्र दान करें। साथ ही बेज़ुबान जानवरों को भोजन देना भी अच्छा माना जाता है, विशेष रूप से कुत्तों को। भैरव जी को काले तिल और काली गाय का भी दान करने की परंपरा है।

रात्रि जागरण
रात को भैरव जी की महिमा में भजन-कीर्तन करना और रात्रि भर जागरण करना भी इस दिन की एक परंपरा है। इससे आध्यात्मिक उन्नति और भैरव जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

नशा और बुरी आदतों से बचना
काल भैरव की पूजा करने के दौरान शराब, मांसाहार और नशे से बचना चाहिए। भैरव जी का स्वभाव उग्र होता है लेकिन वे केवल उन्हीं को आशीर्वाद देते हैं जो शुद्ध और संयमित जीवन जीते हैं।

सकारात्मकता और समर्पण
इस दिन सभी नकारात्मकता और गुस्से को छोड़ने की कोशिश करें। भैरव जी के सामने अपनी गलतियों के लिए प्रायश्चित करें और सकारात्मकता की ओर अग्रसर होने का संकल्प लें।

रक्षा और सुरक्षा
भैरव बाबा की पूजा विशेष रूप से सुरक्षा और संकट निवारण के लिए की जाती है। वे मानव जीवन के सभी प्रकार के डर, शत्रु और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करते हैं। भैरव जी को "सभी प्रकार की परेशानियों और संकटों से मुक्ति देने वाले देवता" के रूप में पूजा जाता है। यही कारण है कि लोग भैरव जी की पूजा करते हैं जब वे किसी भी प्रकार के मानसिक या शारीरिक कष्ट का सामना कर रहे होते हैं।

PunjabKesari Kala Bhairav Jayanti
गुस्से और नकारात्मकता पर नियंत्रण
भैरव जी के उग्र रूप के कारण वे गुस्से और नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यदि किसी व्यक्ति के जीवन में गुस्सा या बुरा आचरण समस्याएं पैदा कर रहा हो, तो भैरव जी की पूजा से उन दोषों से मुक्ति मिल सकती है। भैरव जी की पूजा से मानसिक शांति प्राप्त होती है और व्यक्ति अपने भीतर के द्वंद्वों को शांत करने में सक्षम होता है।

आध्यात्मिक उन्नति और साधना में सहयोग
भैरव जी के साथ जुड़ी पूजा विशेष रूप से साधकों और योगियों के लिए लाभकारी होती है। वे ध्यान, साधना, और तपस्या के मार्ग में सहायता करते हैं। भैरव बाबा की पूजा करने से साधक को आत्मसाक्षात्कार की दिशा में मार्गदर्शन मिलता है और उनकी साधना में बल मिलता है।

अंधकार से प्रकाश की ओर मार्गदर्शन
काल भैरव का रूप अंधकार और मृत्यु का प्रतीक माना जाता है लेकिन उनका असली उद्देश्य अज्ञान और अंधकार को दूर करना है। भैरव बाबा की पूजा से जीवन में सकारात्मकता और ज्ञान का वास होता है। उनके आशीर्वाद से व्यक्ति को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है और जीवन में स्पष्टता आती है।

शक्ति और साहस का आशीर्वाद
भैरव जी साहस और शक्ति के प्रतीक माने जाते हैं। वे अपने भक्तों को मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करते हैं ताकि वे जीवन की कठिनाइयों का सामना कर सकें। उनके आशीर्वाद से व्यक्ति को हर प्रकार की चुनौती से लड़ने की शक्ति मिलती है और वे अपने उद्देश्यों में सफल होते हैं।

PunjabKesari Kala Bhairav Jayanti


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Niyati Bhandari

Related News