सावन 2019 : कितने प्रकार के होते हैं रुद्राक्ष, राशि अनुसार पहनने से मिलता है दोगुना लाभ
punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 06:03 PM (IST)

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यूं तो शिव जी की प्रिय वस्तुओं में कितनी चीज़ें शामिल हैं। मगर इसमें रुद्राक्ष का नाम सबसे ऊपर आता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शंकर के आंसू गिरने से रुदाक्ष की उत्पत्ति हुई थी। जिस कारण इसे बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी जातक इस अपने शरीर पर धारण करता है उस पर देवों के देव महादेव की विशेष कृपा होती है। ये भी कहा जाता है इसे धारण करने से आध्यात्मिक, भौतिक, मानसिक व शारीरिक लाभ प्राप्त होता है। ये न केवल व्यक्ति को अनेकों रोगों में छुटकारा दिलाते हैं बल्कि विभिन्न प्रकार के सुख भी प्रदान करता है।
बता दें रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 21 मुखी तक होते हैं और कुछ विशेष रुद्राक्ष भी होते हैं। वैदिक ज्योतिष में भी रुद्राक्ष का बहुत महत्व है। कहा जाता है इसे ग्रहों की शांति के लिए भी धारण किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक ग्रह के साथ किसी न किसी मुख का रुद्राक्ष जुड़ा हुआ होता है। मान्यता है कि अगर इसे चंद्र राशि के अनुसार धारण किया जाए तो अधिक लाभ होगा। तो आइए जानते हैं कि सावन में राशि अनुसार आपको कौन सा रुदाक्ष धारण करना चाहिए।
मेष-
इस राशि के स्वामी मंगल हैं। इन्हें तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए इससे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता मिलती है।
वृष-
ज्योतिष के अनुसार वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं। इसके जातकों को छह मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए। इसे धारण करने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।
मिथुन-
मिथुन राशि के स्वामी बुध कहलाते हैं। इनके लिए चार मुखी, पंच मुखी और तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना उत्तम होता है।
कर्क-
कर्क के स्वामी चंद्र हैं। इस राशि के लोगों को मानसिक शांति और समस्त सुखों की प्राप्ति के लिए दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
सिंह-
इस राशि के स्वामी सूर्य हैं। मान्यता है इस राशि के जातकों को 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। रोग मुक्ति तो होती ही है साथ ही आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं।
कन्या-
कन्या राशि के स्वामी बुध हैं। इस राशि के जातकों के लिए चार मुखी रुद्राक्ष सबसे उत्तम माना गया है। ये गौरी शंकर रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं। यह सौभाग्यदायक होता है और इन्हें आर्थिक लाभ भी प्राप्त होते हैं।
तुला-
ज्योतिष के अनुसार शुक्र तुला राशि के स्वामी हैं। इसलिए इस राशि के व्यक्ति छह मुखी या सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
वृश्चिक-
इस राशि के स्वामी मंगल माने जाते हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को तीन मुखी या पांच मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए, इससे आर्थिक संपन्न्ता प्राप्त होती है।
धनु-
ब्रहस्पति को धनु राशि के स्वामी कहा जाता है। इस राशि के लोगों को पंच मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। माना जाता है इससे व्यक्ति जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में शीर्ष तक पहुंचने में सक्षम हो जाता है।
मकर-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर राशि के स्वामी शनि को माना जाता है। इनकी शांति व जीवन में सफलता अर्जित करने के लिए इस राशि के जातकों को सात या चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
कुंभ-
मकर की तरह कुंभ राशि के स्वामी भी शनि हैं। इन्हें भी सात या चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
मीन-
धनु राशि के अलावा मीन राशि के स्वामी भी ब्रहस्पति को माना जाता है। इस राशि के लोगों को पांच मुखी रूद्राक्ष धारण करना चाहिए, इससे सर्व सुखों की प्राप्ति होती है।
कब और कैसे धारण करें रूद्राक्ष-
वैसे तो रूद्राक्ष को किसी भी माह के शुक्ल पक्ष में पहना जाता है, लेकिन सावन माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष दोनों में इसे पहना जा सकता है। तिथियों में सोमवार का दिन व त्रयोदशी तिथि रूद्राक्ष धारण करने के लिए सबसे शुभ होती हैं। ध्यान रहे रूद्राक्ष को धारण करने से पहले इसे गंगाजल से शुद्ध ज़रूर कर लें और ॐ नम: शिवाय मंत्र की पांच माला जाप करें।