Famous Temple: 1 क्लिक में जानें देश के खास मंदिर

punjabkesari.in Sunday, Oct 24, 2021 - 02:55 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
विभिन्न हिन्दू धर्म ग्रथों में देवता तथा देवियों के विवाह के बारे में भी लिखा गया है। अनेक मंदिरों में बनी प्राचीन मूर्तियों में भी देवताओं के विवाह का सुंदर चित्रण किया गया है। दक्षिण भारत के अनेक मंदिरों में तो देव-देवियों के ‘कल्याणम’ यानी विवाह प्रति वर्ष धूमधाम से आयोजित किए जाने वाले धार्मिक समागम होते हैं। बता दें तिरुपति मंदिर में होने वाले ‘कल्याणोत्सव’ में भी हजारों-लाखों भक्त पहुंचते हैं। ये विवाह विशेष रूप से तैयार स्थलों ‘कल्याण मंडप’ में होते हैं। 

इसके अलावा जानिए देश के अन्य खास मंदिरों के बारे में-
श्री अम्बा जी मंदिर

गुजरात के बानसकांठा जिले में स्थित अम्बा जी माता मंदिर भारत में मां शक्ति के 51 शक्तिपीठों में से एक प्रधान पीठ है। इसे अम्बा भवानी और अरासुरी अम्बा जी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां कोई प्रतिमा स्थापित नहीं है केवल पवित्र श्री यंत्र की पूजा मुख्य आराध्य के रूप में की जाती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण के मुंडन की रस्म यहीं हुई थी। श्री यंत्र को कोई भी सीधे आंखों से नहीं देख सकता।

त्रिपुर सुंदरी मंदिर, त्रिपुरा
त्रिपुर सुंदरी मंदिर अगरतला-सबरुम मार्ग पर उदयपुर शहर से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर का निर्माण 1501 ई. के दौरान महाराज धन्य माणिक्य के शासनकाल में हुआ। यह मंदिर भारत के 51 महापीठों में से एक है। पौराणिक कथा के अनुसार इस स्थान पर माता सती के सीधे पैर की उंगलियों के निशान आज भी मौजूद हैं। दीवाली के दौरान मंदिर में भव्य स्तर पर दीवाली मेले का आयोजन किया जाता है।

श्री चेन्नाकेश्व मंदिर, कर्नाटक
चेन्नाकेश्व का प्रसिद्ध मंदिर कर्नाटक के बेलूर में स्थित है। होयसल वंशीय नरेश विष्णुवर्धन का 1117 ई. में बनवाया यह मंदिर बेलूर की ख्याति का कारण है। इसे कई बार लूटा गया किन्तु हिन्दू नरेशों ने बार-बार इसका जीर्णोद्धार करवाया। मंदिर 178 फुट लम्बा और 156 फुट चौड़ा है। भगवान की मूर्ति लगभग 7 फुट ऊंची चतुर्भुज है। उनके साथ दाहिनी ओर भूदेवी और बाएं में लक्ष्मी देवी, श्री देवी हैं। शंख, चक्र  गदा और पद्म उनके हाथों में हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Recommended News

Related News