Ghadi Wala Temple Ujjain: घड़ियां क्यों बन गई भक्ति का हिस्सा? जानें, उज्जैन के इस मंदिर का राज़

punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 11:54 AM (IST)

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Ghadi Wale Baba: भारत में कई रहस्यमयी और चमत्कारी मंदिर देखने को मिलते हैं। ऐसा ही एक मंदिर उज्जैन के गुराडिया सांगा गांव में स्थित है। यह गांव अपने छोटे से मंदिर की वजह से देश-दुनिया में मशहूर है। जिसे घड़ी वाले बाबा मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर अनोखी धार्मिक मान्यता का केंद्र है। माना जाता है कि इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए आते हैं और दर्शन करने से ही लोगों का समय भी बिल्कुल ही बदल जाता है। तो आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी परंपरा के बारे में-

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घड़ी चढ़ाने की परंपरा क्या है?
उज्जैन के प्रसिद्ध घड़ी वाले बाबा के मंदिर में एक अनोखी परंपरा चली आ रही है, जहां श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी होने पर भगवान को घड़ियां चढ़ाते हैं। इस वजह से मंदिर और उसके आसपास के पेड़ों पर कई हजारों घड़ियां लटकी हुई हैं। इन घड़ियों की टिक-टिक की आवाज दूर-दूर तक सुनाई देती है। लोग मानते हैं कि घड़ी चढ़ाने से उनके जीवन में अच्छा समय आता है और बुरा वक्त दूर हो जाता है।

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मान्यता और विश्वास
स्थानीय लोग मानते हैं कि इस मंदिर में चढ़ाई गई घड़ी उनकी परेशानियों को दूर करती है और खुशहाली लाती है। कहा जाता है कि यहां से चढ़ाई गई घड़ी चोरी नहीं होती, क्योंकि लोग इसे शुभ मानते हैं। यहां आकर भक्त अपनी मन्नत पूरी होने पर घड़ी चढ़ाते हैं ताकि उनका समय बेहतर हो सके। इस मंदिर में घड़ियों के अलावा, भक्त नारियल, अगरबत्ती, और कभी-कभी सिगरेट भी चढ़ाते हैं। यह सभी चीजें उनकी आस्था और श्रद्धा का हिस्सा हैं।

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Content Editor

Sarita Thapa

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