देश में ही नहीं प्रदेशों में भी है हिंदू मंदिर, इनमें से एक है Bangkok का ''मरियम्मा देवी मंदिर''
punjabkesari.in Tuesday, Dec 07, 2021 - 03:22 PM (IST)

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अक्सर आप ने लोगों को कहते सुना है कि भारत में हिंदू धर्म से संबध रखने वाले सबसे अधिक मंदिर है। परंतु इसका अर्थ ये नहीं कि प्रदेशों में हिंदू मंदिर नहीं है। जी हां, आप सही सुन रहे हैं न केवल देश में बल्कि विदेशों में हिंदू धर्म के देवी-देवताओं से जुड़े विभिन्न मंदिर स्थित है, जो अपनी किसी न किसी खास विशेषता के चलते अधिक प्रसिद्धि है। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे मेें बताने जा रहे हैं जो थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में स्थित है। बताया जाता है ये मंदिर लगभग 150 वर्ष प्राचीन यानि पुराना है। तो आइए थोड़ा विस्तार से जानते हैं कि इस मंदिर से जुड़ी बातें-
बताया जाता है कै बैंकॉक में स्थित श्री महा मरियम्मन मंदिर लगभग 150 साल से भी पुराना। कहा जाता है बैंकॉक में स्थित यह मंदिर गैर बौद्ध मंदिरों में सबसे बड़ा मंदिर कहलाता है। जिसे उमा देवी के नाम से भी जाना जाता है। लोक मान्यता है कि यह धार्मिक स्थान यानि मंदिर दक्षिणी भारत की वर्षा की देवी मरियम्मन को समर्पित है। जिनके अधिकतर अनुयायी तमिल के रहने वाले हैं। तो वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मरियम्मा देवी की देवी पार्वती और देवी दुर्गा की स्वरूप माना जाता है। बता दें बैंकॉक में स्थित श्री मरियम्मन मंदिर में गणपति बप्पा और कार्तिकेय भी विराजमान हैं।
मंदिर के इतिहास की बात करें तो करीबन सन् 1858 में भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के उपनिवेश बनने के बाद दक्षिणी राज्य तमिनाडु के कई लोगों ने अपने देश को छोड़ दिया। जिस दौरान भारतीयों का एक ऐसा समूह बैंकॉक में आया, जिनमें कई रत्न व्यापारी व पशुपालक शामिल थे। किंवदंतियों के अनुसार भारतीयों के इस समूह का एक नैता वैथी पडैचची थी, इन्होंने यहां आने के लगभग एक दशक बाद इस मंदिर का निर्माण करवाया था। कहा जाता है कि सिलोम की एक सड़क का नाम उनके ही नाम पर रखा गया था, जिसे सोई वैती के नाम से जाना जाता है। तो वहीं अंग्रोजी में इसे विथी लेन कहते हैं।
इस मंदिर से संबंधित अन्य बातों के बारे में बात करें तो मंदिर का मुख्य हिस्सा विभिन्न प्रकार के आकारों से निर्मित है। जिन में हिंदू धर्म के अनेकों देवी-देवताओं की नक्काशीदार छवियों को अलग-अलग रंगों के साथ दिखाया गया है। मंदिर परिसर का मुख्य एक गुंबद है, जिसमें सोने का पानी चढ़ा हुआ है। इसके अलावा मंदिर परिसर के अंदर गणेश जी, कार्तिकेय जी तथा श्री महा मरियम्मन तीन मंदिर स्थापित है। मंदिर के एक प्रमुख हॉल को गणेश, शिव, कृष्ण, विष्णु, लक्ष्मी, कार्तिक, मरिअम्मन, काली, सरस्वती और नटराज के साथ शिवक, तथा हनुमान जी की कांसे की मूर्ति को स्थापित है।