11 मई के बाद पहली बार 100 डॉलर के नीचे आया WTI क्रूड, मंदी की आशंका से लगातार गिर रही कीमत

punjabkesari.in Wednesday, Jul 06, 2022 - 01:06 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः मंदी की बढ़ती आशंकाओं के बीच तेल की कीमतों में मंगलवार 5 जुलाई को भी गिरावट जारी रही और अमेरिकी क्रूड ऑयल बेंचमार्क 100 डॉलर से नीचे आ गया। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 8 प्रतिशत या 8.67 डॉलर की गिरावट के साथ 99.76 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। 11 मई के बाद यह पहली बार था जब यह 100 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा था। 

वहीं भारतीय समयानुसार रात करीब 8 बजे, ब्रेंट क्रूड $6.65 या 5.9 फीसदी की गिरावट के साथ $106.85 प्रति बैरल पर कारोबार कर  रहा था। तेल की कीमतों में गिरावट को मंदी की आशंका से जोड़कर देखा जा रहा है। ग्लोबल लेवल पर मंदी आने से मांग घट जाएगी, जिससे सप्लाई चेन भी धीमा हो जाएगा और तेल की डिमांड कम हो जाएगी। तेल की डिमांड में कमी आने से इसकी सप्लाई में कमी का असर भी कम हो जाएगा, जैसे अभी नार्वे से ऑयल सप्लाई में कटौती की उम्मीद की जा रही है। 

निवेशक भी इससे काफी परेशान है क्योंकि गैस और पेट्रोल-डीजल की हालिया बढ़ोतरी ने मंदी की आशंका को और बढ़ा दिया है। एसपीआई एसेट मैनेजमेंट के स्टीफन इनेस ने एक नोट में बताया,"बाजार महंगाई से अब आर्थिक निराशा की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में तेल की कीमतें अभी भी मौजूदा मंदी की बीमारी से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रही हैं।" 

वहीं साउथ कोरिया में मंहगाई जून में अपने 24 सालों के उच्चतम स्तर पहुंच गई थी। इससे भी वहां की आर्थिक ग्रोथ धीमी  होने और ऑयल के डिमांड में कमी आने की आशंका बढ़ी है।

यूरोजोन के आंकड़े बताते हैं कि पिछले महीने लगभग सभी यूरोपीय देशों की ग्रोथ धीमी हुई है। साथ ही आंकड़ो से ऐसे संकेत मिल रहे हैं इस तिमाही के दौरान इस इलाके की ग्रोथ में और गिरावट आ सकती  है क्योंकि कॉस्ट ऑफ लिविंग बढ़ने से लोग खर्च भी घटा रहे हैं।


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Content Writer

Pardeep

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