भारत में iPhone का हब बनने की तैयारी शुरू, फॉक्सकॉन 60 हजार कर्मचारियों के लिए बना रही मेगा हॉस्टल

punjabkesari.in Friday, Dec 16, 2022 - 10:59 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत के चेन्नई के पास ताइवानी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन मेगा हॉस्टल का निर्माण करा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 20 एकड़ की जमीन पर इस मेगा हॉस्टल का निर्माण तेजी से चल रहा है। इसमें कई बड़े छात्रावास ब्लॉक होंगे। आपको बता दें कि कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन देश में iPhone 14 सहित - Apple फोन बनाती है। मौजूदा समय में फॉक्सकॉन के श्रीपेरंबदूर में इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरिडोर में 15 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। इसमें से अधिकांश महिलाएं हैं। चीन में आईफोन की फैक्ट्री में बीते दिनों हुए हंगामे के बाद अब फॉक्सकॉन की तैयारी भारत में ही आईफोन का प्रोडक्शन और बढ़ाने की है। फॉक्सकॉन ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स के स्वामित्व वाली एक इंडिया बेस्ड कॉर्पोरेट इकाई है।

कर्मचारियों की हायरिंग की तैयारी

फॉक्सकॉन की योजनाओं की जानकारी रखने वाले एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि आने वाले 18 महीनों में इन इकाइयों में कुल कर्मचारियों की संख्या 70 हजार से भी ज्यादा हो सकती है। ऐसे में आने वाले समय में बड़ी संख्या में हायरिंग हो सकती है। इन कर्मचारियों को रहने के लिए जगह चाहिए होगी। इसी के लिए फॉक्सकॉन की ओर से इस मेगा हॉस्टल का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें नए कर्मचारियों के लिए आवास सुविधाओं का पूरा इंतजाम रहेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 20 हजार बेड वाला एक छात्रावास करीब दस महीने में तैयार हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों छात्रावास निर्माणाधीन हैं और दोनों के बीच यह करीब 60 हजार कर्मचारियों के रहने के लिए पर्याप्त होगा।

दो नए मैन्युफैक्चिरिंग प्लांट भी बनाए जा रहे

रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान की कंपनी अपने कैंपस में दो नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी बना रही है, यहां पर स्मार्टफोन बनाए जाएंगे। इन प्लांट के पास श्रमिकों के रहने के लिए क्वार्टर भी होंगे। इसी मॉडल को फॉक्सकॉन ने चीन में भी अपनाया था। ईटी ने अपने 6 दिसंबर के संस्करण में बताया था कि भारत आईफोन मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार है। इसकी वजह है कि ऐप्पल चीन के बाहर उत्पादन इकाइयों को बढ़ाने की तैयारी में है। इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियों और जानकारों को उम्मीद है कि अगले तीन से चार वर्षों में स्थानीय रूप से निर्मित iPhones का हिस्सा 5 फीसदी के मौजूदा स्तर से बढ़कर कुल उत्पादन का पांचवां हिस्सा हो जाएगा।
 
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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