Apple और Google का भारत में $20 अरब का निवेश, ट्रंप की चेतावनी बेअसर
punjabkesari.in Wednesday, Oct 08, 2025 - 02:08 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः अमेरिकी कंपनियां एप्पल और गूगल भारत में अपने कारोबार को तेजी से बढ़ा रही हैं, भले ही अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एप्पल को टैरिफ को लेकर चेतावनी दी थी। भारत में एप्पल ने इस वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों में 10 अरब डॉलर (लगभग 88,730 करोड़ रुपए) के आईफोन का निर्यात किया, जो पिछले साल की इसी अवधि के 5.71 अरब डॉलर के मुकाबले 75% अधिक है।
सितंबर 2025 में एप्पल ने 1.25 अरब डॉलर के आईफोन का निर्यात किया, जो पिछले साल इसी महीने के 490 मिलियन डॉलर के आंकड़े से 155% अधिक है। यह निर्यात बढ़ोतरी इस बात का संकेत है कि भारत की फैक्ट्रियां अब सभी नए आईफोन मॉडल, जिनमें प्रो, प्रो मैक्स और एयर शामिल हैं, को दुनिया भर के लिए तैयार कर रही हैं। एप्पल के उत्पादन में वृद्धि मुख्य रूप से अप्रैल में शुरू हुई दो नई फैक्ट्रियों टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का होसुर प्लांट और फॉक्सकॉन की बेंगलुरु यूनिट के कारण हुई है। अब भारत में कुल पांच आईफोन फैक्ट्रियां हो गई हैं।
गूगल भारत में बनाएगी बड़ा डेटा सेंटर
सिर्फ एप्पल ही नहीं, गूगल भी भारत में बड़ा निवेश करने जा रही है। कंपनी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में अपना पहला बड़ा डेटा सेंटर बनाएगी, जिसकी क्षमता 1 गीगावाट होगी। इस प्रोजेक्ट में गूगल लगभग 10 अरब डॉलर (करीब 88,730 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी। यह डेटा सेंटर तीन अलग-अलग जगहों पर बनेगा और जुलाई 2028 तक चालू होने की संभावना है। प्रोजेक्ट के तहत तीन बड़ी सबमरीन केबल, केबल लैंडिंग स्टेशन और हाई-कैपेसिटी मेट्रो फाइबर लाइनें भी बनाई जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक, गूगल के अधिकारी और आंध्र प्रदेश के आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश 14 अक्टूबर को नई दिल्ली में इस डील को फाइनल कर सकते हैं। यह निवेश भारत की डिजिटल इकोनॉमी में गूगल का अब तक का सबसे बड़ा सीधा निवेश होगा।
गूगल का यह डेटा सेंटर एशिया का सबसे बड़ा क्लस्टर होगा और भारत के पहले इंटरनेशनल AI इंफ्रास्ट्रक्चर हब का हिस्सा बनेगा। यह हब न केवल आंध्र प्रदेश बल्कि पूरे भारत की अर्थव्यवस्था को डिजिटल क्षमताओं और एडवांस्ड रिसर्च एवं डेवलपमेंट के माध्यम से बढ़ावा देगा।