बैंकाक में है ब्रह्मा जी का मंदिर, बुरी शक्तियों से बचने के लिए हुआ था निर्माण
punjabkesari.in Saturday, Jun 03, 2017 - 11:09 AM (IST)
बैंकाक में ब्रह्मा जी का मंदिर स्थित है। ईरावन तीर्थ के नाम से जाने वाले इस मंदिर का निर्माण 1956 में हुआ था। यहां भगवान ब्रह्मा जी की चार मुख वाली सोने की प्रतिमा है। कहा जाता है कि यहां 1950 में एक ईरावन नामक होटल बनाने का काम शुरू किया गया था। जिस दिन से काम की शुरूआत हुई उसी दिन ये यहां कोई न कोई बुरी घटना घटित होने से कार्य में रुकावट आ रही थी। इस दौरान इसके बनाने में लगे कई मजदूरों की मौत भी हो गई। इस जगह पर बुरी शक्तियों का वास होने वाली बात लोगों के मन में घर कर गई और होटल का निर्माण कार्य बंद हो गया। बुरी शक्तियों के डर से इस मंदिर में काम करने के लिए कोई भी तैयार नहीं हुआ।
इस समस्या का समाधान निकालने के लिए लोगों ने ताओ महाप्रोम नाम के एक ज्योतिष से इसका उपाय पूछा। उन्होंने वहां पर ब्रह्मा जी के मंदिर का निर्माण करवाने के लिए कहा। उसके बाद होटल से कुछ दूरी पर भगवान ब्रह्मा के मंदिर का निर्माण किया गया। जिसके बाद होटल का निर्माण कार्य भी बिना किसी रुकावट से पूर्ण हो गया।
कहा जाता है कि भगवान ब्रह्मा की चार मुख वाली प्रतिमा का निर्माण जिटर पिंकवित नामक कलाकर ने किया था। इस मूर्ति का निर्माण प्लास्टर ऑफ पेरिस पर सोने का पानी चढ़ा कर किया गया था। कहा जाता है इस प्रतिमा की स्थापना 9 नवम्बर 1956 में की गई थी।
सबसे खास बात तो यह है कि यहां पर ब्रह्मा जी को ताओ महाप्रोम के नाम से भी जाना जाता है। ताओ महाप्रोम ने ही लोगों तो यहां ब्रह्मा जी के मंदिर का निर्माण करने की सलाह दी थी इसलिए उन्हें ब्रह्मा जी का स्वरूप मानकर उनकी पूजा की जाती है। इस मंदिर को ईरावन तीर्थ के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में बैंकाक अौर अन्य स्थानों के लोग अपनी परेशानियों और बुरी शक्तियों से बचने के लिए दर्शन व पूजन हेतु आते हैं।