एक घंटे के भीतर भूकंप के 4 झटकों से कांपी भारत समेत इन देशों की धरती, लोगों में डर का माहौल

punjabkesari.in Sunday, Apr 13, 2025 - 02:36 PM (IST)

इंटरनेशलन डेस्क: रविवार सुबह-सुबह जैसे ही लोग अपने रोज़मर्रा के काम में जुटने लगे, एक के बाद एक चार भूकंपों ने भारत समेत कई एशियाई देशों को हिला दिया। म्यांमार, थाईलैंड, ताजिकिस्तान और भारत के कुछ हिस्सों में एक घंटे के भीतर आए इन झटकों ने लोगों को घरों से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया। हालांकि राहत की बात यह रही कि अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है, लेकिन डर का माहौल जरूर बन गया है।

कहां-कहां महसूस किए गए झटके?

जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह म्यांमार और थाईलैंड की सीमा पर जबरदस्त भूकंप आया जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई। इसके कुछ ही मिनटों बाद ताजिकिस्तान और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में भी हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप महसूस किए गए। एक घंटे में चार अलग-अलग झटकों ने लोगों को डरा दिया और कुछ जगहों पर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला।

क्यों आते हैं भूकंप? आसान भाषा में समझें

भूकंप तब आता है जब धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेट्स हिलती हैं या एक-दूसरे से टकराती हैं। धरती की सतह के नीचे ये प्लेट्स लगातार हलचल में रहती हैं और जब इन पर दबाव ज्यादा हो जाता है तो ये अचानक हिलती हैं। यही झटका धरती की सतह तक पहुंचता है जिसे हम ‘भूकंप’ कहते हैं। इस झटके से इमारतें हिलने लगती हैं और अगर तीव्रता ज्यादा हो तो भारी तबाही भी मच सकती है।

हिमालय क्षेत्र क्यों रहता है सबसे ज्यादा खतरे में?

भारत का हिमालयी इलाका यानी जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, असम और पूर्वोत्तर राज्य भूकंप के लिहाज से बहुत संवेदनशील माने जाते हैं। इसकी वजह है भारत और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स का टकराव। हर साल इन क्षेत्रों में सैकड़ों छोटे-बड़े भूकंप आते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर बड़ा झटका आया तो यह इलाके काफी नुकसान झेल सकते हैं।

लोग घबराए, कई जगह लोग घरों से भागे

रविवार सुबह भूकंप के झटकों से कई इलाकों में दहशत फैल गई। म्यांमार और थाईलैंड के सीमावर्ती गांवों में लोग डर के मारे घरों से बाहर आ गए। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में भी कुछ जगहों पर लोग पार्क और सड़कों पर आ गए। राहत की बात ये रही कि इन भूकंपों की तीव्रता बेहद ज्यादा नहीं थी और कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

भूकंप विशेषज्ञों के अनुसार लगातार झटकों का आना दर्शाता है कि धरती के नीचे कुछ बड़ा हलचल कर रहा है। भले ही अभी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है। लोगों को खासतौर पर ऊंची इमारतों और पहाड़ी इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

क्या करें भूकंप के वक्त?

  • घबराएं नहीं और इमारत से बाहर खुली जगह की ओर भागें

  • अगर बाहर नहीं जा सकते तो टेबल या मजबूत फर्नीचर के नीचे छुपें

  • लिफ्ट का इस्तेमाल ना करें

  • बिजली स्विच और गैस को तुरंत बंद कर दें

  • किसी दीवार या खिड़की के पास खड़े न हों


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News