Earthquake: भूकंप के जोरदार झटकों से फिर हिली धरती, लोग दहशत में भागे बाहर
punjabkesari.in Thursday, Apr 10, 2025 - 12:56 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: दुनिया के दो हिस्सों—तिब्बत और पापुआ न्यू गिनी—में आज एक बार फिर भूकंप के झटकों ने लोगों को दहला दिया। भले ही अब तक किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई हो, लेकिन इन झटकों से लोगों में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) और अमेरिकी भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने दोनों भूकंप की पुष्टि की है। हालांकि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है फिर भी लोग दहशत में अपने घरों से बाहर भाग गए।
तिब्बत में लगातार आ रहे भूकंप
तिब्बत में जनवरी 2025 में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद से अब तक लगातार छोटे-बड़े झटके महसूस किए जा रहे हैं।
आज दोपहर फिर रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
इस भूकंप का केंद्र जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में पाया गया।
भले ही यह भूकंप मध्यम श्रेणी का था लेकिन लगातार झटकों के कारण स्थानीय लोग सहनशीलता की सीमा तक पहुंच चुके हैं।
पापुआ न्यू गिनी में भी तेज झटका
पापुआ न्यू गिनी में आज रिक्टर स्केल पर 5.4 तीव्रता का भूकंप आया।
भूकंप का केंद्र पोमियो शहर से 85 किलोमीटर दूर और जमीन के नीचे स्थित था।
यह झटका थोड़ा तेज था और इससे इलाके में भारी कंपन महसूस किया गया।
हालांकि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है फिर भी लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए।
क्यों आते हैं बार-बार भूकंप?
-
तिब्बत और पापुआ न्यू गिनी भूकंपीय गतिविधियों के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र माने जाते हैं
-
इन क्षेत्रों में टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल अक्सर भूकंप का कारण बनती है
-
तिब्बत में इंडियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट की टकराहट
-
पापुआ न्यू गिनी में भी पैसिफिक प्लेट की हलचल का असर होता है
भूकंप से कैसे बचें: कुछ जरूरी सावधानियां
-
घर में भारी सामान को दीवार से जोड़कर रखें
-
भूकंप के समय दरवाजे के चौखट या मजबूत टेबल के नीचे छुपें
-
लिफ्ट का इस्तेमाल न करें
-
भूकंप रुकने के बाद ही बाहर निकलें
-
आपातकालीन किट हमेशा तैयार रखें जिसमें दवाएं, पानी और जरूरी कागजात हों
सतर्क रहें, अफवाहों से बचें
फिलहाल तिब्बत और पापुआ न्यू गिनी में भूकंप से किसी तरह की बड़ी हानि नहीं हुई है लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि लगातार आ रहे हल्के झटके भविष्य में किसी बड़े भूकंप का संकेत हो सकते हैं।
इसलिए लोगों से अपील है कि अफवाहों से बचें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।