यह है दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया Agencies

punjabkesari.in Tuesday, Apr 11, 2017 - 03:03 PM (IST)

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाए जाने के बाद देश में आक्रोश की लहर है। पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को रॉ का एजेंट बताते हुए पाकिस्तान में जासूसी का आरोप लगाया है। दुनियाभर में सैकड़ों वर्षों से जासूसी होती रही है। हर देश ने जासूसी के लिए खुफिया एजेंसियों की स्थापना की, जिनका काम सरकार, राजनीतिक दल या महत्वपूर्ण शख्स की जासूसी करना होता है। यह है दुनिया की टॉप खुफिया एजेंसियां।

भारत का RAW: भारत की खुफिया एजेंसी रॉ यानी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग को दुनिया की ताकतवर खुफिया एजेंसी माना गया है। इस एजेंसी की खासियत यह है कि भारत के प्रधानमंत्री के अलावा किसी के प्रति जवाबदेह नहीं है। रॉ विदेशी मामलों, अपराधियों, आतंकियों के बारे में पूरी जानकारी रखती है। वहीं, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) भी देश की सुरक्षा के लिए काम करती है। 

पाकिस्तान की ISI: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई यानी इंटर सर्विसेस इंटेलीजेंस को दुनिया की नंबर एक खुफिया एजेंसी माना जाता है। इसकी नींव ऑस्ट्रेलियाई मूल के ब्रिटिश आर्मी ऑफिसर मेजर जनरल आर. कैथोम ने रखी थी, जो उस वक्त पाकिस्तानी आर्मी स्टाफ के मुख्य थे। देश की सुरक्षा के नाम पर आईएसआई पर आए दिन आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते हैं।

अमेरिका की CIA: अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए यानी सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी की स्थापना साल 1947 में हुई थी। सीआईए को अमेरिका ही नहीं दुनिया में सबसे ज्यादा सक्षम और ताकतवर मानी जाती है। सीआईए के अलावा अमेरिका में 3 एजेंसियां एनएसए, डीआईए और एफबीआई हैं। सीआईए का काम साइबर क्राइम, आतंकवाद रोकने समेत विदेशों से सूचना एकत्रित करना है।

चीन का MSS: चीन की खुफिया एजेंसी एमएसएस यानी मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्यूरिटी सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी है। इसकी काम भी बाकी देशों की खुफिया एजेंसी की तरह है लेकिन यह देश को राजनीतिक रूप से सुरक्षित रखने के लिए काम करती है।

ऑस्ट्रेलिया का ASIS: ऑस्ट्रेलियन सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस (एएसआईएस) ऑस्ट्रेलिया की खुफिया एजेंसी है। एएसआईएस की तुलना अमेरिका के सीआईए और यूके की खुफिया एजेंसी एमआई-6 से की जाती है।

इजराइल का MOSSAD: इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद को दुनिया की सबसे बेहतरीन और खतरनाक खुफिया एजेंसियों में गिना जाता है। इसकी स्थापना साल 1949 की गई थी। मोसाद का मतलब मौत माना जाता है। कहा जाता है कि एक बार जो मोसाद की निगाह में चढ़ गया, उसका बचना मुश्किल है। मोसाद के खूंखार एजेंट उसे दुनिया के किसी भी कोने से ढूंढ निकालने का दम रखते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News