मौसम का तीखा तेवर! 60 किमी की रफ्तार से चल रही तेज हवाएं... IMD ने ओले गिरने का किया अलर्ट
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 08:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में उज्जैन और आगर-मालवा जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। यहां तेज आंधी (60 किमी/घंटा से ज्यादा), बारिश और ओले गिरने की संभावना है। इसके अलावा, भोपाल, इंदौर, झाबुआ, अलीराजपुर, रतलाम, शाजापुर, धार, राजगढ़, विदिशा, अशोकनगर जैसे कई जिलों में हल्की बारिश और 50 किमी/घंटा तक की आंधी का अलर्ट है।
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों जैसे मंदसौर, देवास, बड़वानी, खरगोन, सीहोर, रायसेन, गुना, श्योपुर, शिवपुरी, सागर, दमोह, सिवनी, मंडला, पन्ना, कटनी, टीकमगढ़, छतरपुर, सीधी, सिंगरौली और अनूपपुर में भी मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। अगले सात दिनों तक आंधी-बारिश की संभावना बनी रहेगी।
मौसम का कारण: साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह सभी मौसमी गतिविधियां साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन के कारण हो रही हैं, जो नमी और अस्थिरता बढ़ा रहे हैं।
पिछले 24 घंटे में क्या हुआ?
पिछले 24 घंटे में उज्जैन में 12 मिमी, भोपाल में 8 मिमी और इंदौर में 6 मिमी बारिश हुई है। आगर-मालवा और झाबुआ में भी हल्की बारिश और तेज हवाएं चलीं।
किसानों के लिए चेतावनी
उज्जैन और आगर-मालवा में ओले गिरने का खतरा है, जिससे किसानों की रबी फसलें जैसे गेहूं और चना प्रभावित हो सकती हैं। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी कटी हुई फसलों को सुरक्षित जगहों पर रखें।
अन्य प्रभाव
- बिजली और यातायात: आकाशीय बिजली और तेज आंधी से बिजली आपूर्ति और यातायात प्रभावित हो सकता है।
- स्वास्थ्य और सुरक्षा: खुले में रहने वाले लोगों, खासकर बच्चों और मजदूरों, को खतरा हो सकता है।
- आर्थिक प्रभाव: आंधी और बारिश से खुले बाजार और छोटे व्यवसायों को नुकसान हो सकता है।
सुरक्षा के लिए सलाह
- आंधी और बिजली के दौरान घर में रहें।
- पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे न खड़े हों।
- किसान अपनी फसलों को ढकने और ओले से बचाव के लिए तिरपाल या पॉलीथिन का इस्तेमाल करें।
- सड़क पर चलने से पहले सावधानी बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
जिला प्रशासन की तैयारी
उज्जैन और आगर-मालवा में आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की गई हैं। भोपाल और इंदौर में नगर निगम को जलभराव और पेड़ों के गिरने से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि मई 2025 में मध्य प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश हो रही है और यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है। जून 2025 तक मानसून की शुरुआत हो सकती है, जिससे और आंधी-बारिश हो सकती है।