‘विरोध का नहीं, बदलाव का उम्मीदवार'' था, कांग्रेस की मजबूती का सिलसिला शुरू: हार पर बोले थरूर

punjabkesari.in Wednesday, Oct 19, 2022 - 08:25 PM (IST)

नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में उम्मीदवार रहे शशि थरूर ने अपनी हार के बाद बुधवार को कहा कि वह कभी भी विरोध (डिसेंट) के उम्मीदवार नहीं थे, बल्कि बदलाव के उम्मीदवार थे। उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के चुनाव के प्रावधान वाले कांग्रेस के संविधान के प्रावधान पर अमल करेंगे।

खरगे ने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक मुकाबला था जिस वजह से पार्टी में सभी स्तरों पर स्वस्थ और रचनात्मक बहस हुई और यह भविष्य में पार्टी के लिए बेहतर रहेगा। थरूर के अनुसार, कांग्रेस के मजबूत होने का सिलसिला आरंभ हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘अब हम यहां से आगे की ओर बढ़ेंगे। हमारे कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार हो गया है। मुझे पूरा भरोसा है कि पार्टी अपनी ताकत दिखाएगी।'' थरूर का कहना था, ‘‘मैं आशा करता हूं कि कांग्रेस मजबूत होती जाएगी। मजबूत भारत के लिए कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है।''

चुनाव हारने के बाद थरूर ने खरगे के आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी और साथ मिलकर काम करने की भावना प्रकट की। थरूर के अनुसार, नेहरू-गांधी परिवार का कांग्रेस सदस्यों के दिलों में हमेशा एक विशेष स्थान रहा है और आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी आशा है और विश्वास है कि यह परिवार कांग्रेस, हमारी नैतिक चेतना और मार्गदर्शन करने वाली भावना का मूल स्तंभ बना रहेगा।''

सोनिया गांधी के योगदान की तारीफ करते हुए थरूर ने कहा कि पार्टी पर उनका ऐसा कर्ज है जिसे कभी चुकाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का अध्यक्ष बनना बड़े सम्मान, बड़ी जिम्मेदारी की बात है, मैं मल्लिकार्जुन खरगे को इस चुनाव में उनकी सफलता के लिए बधाई देता हूं '' उनका यह भी कहना था कि कांग्रेस के सभी लोग सर्वाधिक संकटपूर्ण स्थितियों में पार्टी का संबल बने रहने और नेतृत्व प्रदान करने के लिए निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ऋणी हैं। थरूर ने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष पद का स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में अपना योगदान देने के लिए मैं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का धन्यवाद करता हूं।''


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Content Writer

Yaspal

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