Rain Alert: तबाही लेकर लौट रहा है तूफान, हिमाचल में भीषण बारिश के साथ दिखेगा आंधी का तांडव, IMD का अलर्ट जारी
punjabkesari.in Wednesday, Apr 30, 2025 - 10:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और तेज अंधड़ को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया है। 1 मई से 5 मई तक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में तेज हवाएं चलेंगी और कई क्षेत्रों में बिजली गिरने के साथ भारी वर्षा हो सकती है। मौसम का यह उग्र रूप ना सिर्फ जनजीवन को प्रभावित करेगा बल्कि यात्रियों और किसानों के लिए भी खतरे का संकेत है। इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है, जिससे जनजीवन पर असर पड़ सकता है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
बारिश और अंधड़ को लेकर येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। येलो अलर्ट का मतलब है कि मौसम खतरनाक हो सकता है और लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। बारिश के साथ तेज हवाओं के कारण बिजली की लाइनें गिर सकती हैं और पेड़ उखड़ सकते हैं। खासकर किसानों और यात्रियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
ऊंचाई वाले इलाकों में हो सकती है बर्फबारी
जहां मैदानी इलाकों में तेज बारिश और अंधड़ की संभावना है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी भी हो सकती है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर और रोहतांग दर्रा जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है। इससे तापमान में गिरावट होगी और सर्दी का एहसास फिर से लौट सकता है।
तापमान में गिरावट से मिलेगी गर्मी से राहत
अभी तक प्रदेश के कई इलाकों में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है। बुधवार को ऊना में अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सबसे ज्यादा था। मौसम में आने वाले बदलाव से तापमान में गिरावट आएगी और गर्मी से राहत मिल सकती है। शिमला में बुधवार को अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो अन्य इलाकों की तुलना में काफी कम था।
अप्रैल में सामान्य से 30% कम बारिश
हिमाचल में अप्रैल महीने के दौरान सामान्य से काफी कम बारिश रिकॉर्ड की गई। एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक औसतन केवल 40.8 मिमी बारिश हुई जबकि सामान्य मात्रा 64 मिमी मानी जाती है। इस लिहाज से देखा जाए तो इस बार अप्रैल में 30% कम बादल बरसे।
किस जिले में कितना रहा बारिश का स्तर
बिलासपुर को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई। बिलासपुर में 16% ज्यादा बारिश हुई। चंबा में 41%, कांगड़ा में 34%, किन्नौर में 38%, कुल्लू में 43%, लाहौल-स्पीति में 44%, मंडी में 13%, शिमला में 32%, सिरमौर में 17%, सोलन में 5% और ऊना में 30% कम बारिश हुई। इससे साफ है कि हिमाचल में जलस्तर और फसलों पर इसका असर पड़ा है।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने नागरिकों को चेताया है कि इस दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम की ताजा जानकारी पर नज़र रखें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि फसलों की कटाई और भंडारण का कार्य तेज हवाओं और बारिश से पहले पूरा कर लें ताकि नुकसान न हो।
पर्यटन पर भी पड़ सकता है असर
बदलते मौसम का असर पर्यटन पर भी पड़ सकता है। बारिश और बर्फबारी की संभावना के कारण पर्यटकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। खासतौर पर जो लोग ऊंचाई वाले इलाकों की यात्रा पर निकलने की योजना बना रहे हैं उन्हें मौसम की स्थिति देखकर ही यात्रा करनी चाहिए।