Akshaya Tritiya 2025: खरीदारी नहीं, इन चीजों का दान करने से मिलेगा देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 05:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अक्षय तृतीया 2025 का पर्व इस बार एक बार फिर शुभ अवसर लेकर आया है। यह दिन न केवल सोना-चांदी खरीदने के लिए शुभ माना जाता है बल्कि इस दिन दान करने से भी विशेष पुण्य प्राप्त होता है। माना जाता है कि इस दिन किया गया हर दान कई गुना फल देता है और व्यक्ति के पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। इस रिपोर्ट में जानते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन कौन-कौन सी चीजें दान करना विशेष फलदायी माना गया है।
अबूझ मुहूर्त का महत्व
अक्षय तृतीया को हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इसे अबूझ मुहूर्त यानी ऐसा दिन माना जाता है जब किसी भी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती। विवाह, गृह प्रवेश, नई दुकान की शुरुआत और सोना-चांदी की खरीदारी जैसे कार्य इसी दिन किए जाते हैं। लेकिन इससे भी अधिक फलदायी होता है इस दिन दान करना।
दान से मिलता है अक्षय पुण्य
हिंदू मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया पर किया गया दान कभी नाश नहीं होता। यह पुण्य जीवनभर बना रहता है और अगले जन्मों में भी साथ चलता है। इसलिए इस दिन दान करने से न केवल देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है बल्कि पूर्वज भी प्रसन्न होते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
1. जल का दान – जीवन देने वाला पुण्य
गर्मी के मौसम में जल का महत्व और बढ़ जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि प्यासे को पानी पिलाना सोने के दान के बराबर पुण्य देता है। इस दिन आप राहगीरों को शरबत पिलाएं या मंदिर, प्याऊ या किसी संस्था में जल का घड़ा दान करें। इससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है और आपके जीवन में तरक्की होती है।
2. अन्न का दान – सबसे बड़ा महादान
अन्न दान को सबसे बड़ा दान माना गया है। इस दिन चावल, गेहूं, दालें या पका हुआ भोजन किसी भूखे या गरीब को दें। चाहें तो किसी मंदिर, अनाथालय या वृद्धाश्रम में जाकर भोजन वितरण करें। यह दान न केवल आपके पितरों को तृप्त करता है बल्कि आपके जीवन में अन्न की कभी कमी नहीं आती।
3. वस्त्रों का दान – आत्मिक संतोष का माध्यम
जरूरतमंदों को वस्त्र दान करना अक्षय तृतीया पर विशेष पुण्यकारी माना गया है। खासतौर पर लाल और पीले रंग के वस्त्र दान करने से कुंडली के शुभ ग्रहों को बल मिलता है। यह दान आप किसी अनाथ बच्चे, वृद्धाश्रम के बुजुर्ग या जरूरतमंद महिला को भी कर सकते हैं।
4. गुड़ का दान – सूर्यदेव को प्रसन्न करने का उपाय
गुड़ का संबंध सूर्य ग्रह से होता है और सूर्य आत्मा व पितृ का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन गुड़ का दान करने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन की रुकावटें दूर होती हैं। यह दान पितरों को भी तृप्त करता है और आपके परिवार में मानसिक शांति आती है।
5. सेंधा नमक का दान – भौतिक सुख की प्राप्ति
सेंधा नमक शुक्र ग्रह से जुड़ा होता है जो भोग-विलास और ऐश्वर्य का प्रतीक है। साथ ही इसे समुद्र से प्राप्त किया जाता है जिससे इसका संबंध माता लक्ष्मी से भी जुड़ता है। अक्षय तृतीया पर सेंधा नमक का दान करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और धन की कमी दूर होती है।
दान करते समय रखें ये बातें ध्यान में
-
दान करते समय भावना शुद्ध होनी चाहिए।
-
मजबूरी में दान न करें बल्कि श्रद्धा और प्रेम से दें।
-
दान के साथ मधुर वाणी और नम्रता भी दें।
-
हो सके तो अपने हाथों से दान दें ताकि उसका फल अधिक प्राप्त हो।