School Holiday: सावन शिवरात्रि पर स्कूल बंद! जानिए 22 या 23 जुलाई को कहां-कहां रहेगी छुट्टी
punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 05:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति का सबसे पावन समय माना जाता है। इस बार 2025 में सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हुई है और यह 9 अगस्त तक चलेगा। इस पूरे महीने में हर सोमवार और खास तौर पर सावन शिवरात्रि का विशेष धार्मिक महत्व होता है। अक्सर त्योहारों की तारीखों को लेकर भ्रम बना रहता है और इस बार भी लोग असमंजस में थे कि सावन शिवरात्रि 22 जुलाई को पड़ेगी या 23 जुलाई को। अब यह साफ हो चुका है कि सावन शिवरात्रि 23 जुलाई 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन पूरे उत्तर भारत में शिवालयों में विशेष पूजा होती है और कांवड़ यात्रा अपने चरम पर होती है।
स्कूलों में क्यों होती है सावन शिवरात्रि पर छुट्टी?
हर साल सावन शिवरात्रि के दिन मंदिरों में लाखों भक्त जुटते हैं। शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और गंगाजल चढ़ाने के लिए लोग सुबह से ही मंदिरों की ओर बढ़ते हैं। खासतौर पर कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार, गंगोत्री जैसे तीर्थस्थलों से जल लाकर शिव मंदिरों में चढ़ाया जाता है। इस यात्रा में हजारों कांवड़िए पैदल सड़कों से गुजरते हैं जिससे यातायात प्रभावित होता है। कई इलाकों में भारी ट्रैफिक जाम लगता है जिससे बच्चों का स्कूल आना-जाना मुश्किल हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए कई राज्यों में इस दिन स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
कहां-कहां रहेगी 23 जुलाई को छुट्टी?
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा समेत कई राज्यों के स्कूलों में 23 जुलाई 2025 को छुट्टी घोषित की गई है। विशेषकर वे जिले जहां कांवड़ यात्रा का अधिक प्रभाव रहता है या जहां शिव मंदिरों में भीड़ ज्यादा होती है, वहां यह फैसला पहले ही ले लिया गया है।
इन जिलों में छुट्टी की पुष्टि हो चुकी है:
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उज्जैन
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मेरठ
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मुजफ्फरनगर
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बदायूं
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हरिद्वार
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सहारनपुर
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गाजियाबाद
इसके अलावा कई निजी स्कूलों ने पेरेंट्स को छुट्टी की सूचना पहले ही भेज दी है। फिर भी स्टूडेंट्स और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि 23 जुलाई को स्कूल के लिए निकलने से पहले छुट्टी की जानकारी स्कूल या शिक्षक से जरूर ले लें।
सावन शिवरात्रि क्यों होती है खास?
सावन शिवरात्रि का दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की याद में मनाया जाता है। यह दिन शिव भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। लोग व्रत रखते हैं, जलाभिषेक करते हैं और रातभर शिव की आराधना में लीन रहते हैं।
इस दिन मंदिरों में:
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रुद्राभिषेक
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भजन-कीर्तन
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रातभर जागरण
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विशेष पूजा
का आयोजन होता है। महिलाएं अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए व्रत करती हैं और युवक-युवतियां अच्छे जीवनसाथी की कामना के लिए शिव की पूजा करते हैं।
प्रशासन की भूमिका
कांवड़ यात्रा और शिवरात्रि के आयोजनों को देखते हुए प्रशासन ने भी कई यातायात बदलाव किए हैं। कुछ जगहों पर रूट डायवर्जन, अस्थायी पार्किंग जोन, पुलिस फोर्स की तैनाती और सीसीटीवी निगरानी जैसे कदम उठाए गए हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और कोई हादसा न हो।
विद्यार्थियों के लिए सलाह
जिन जिलों में छुट्टी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है वहां के स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे:
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स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप या ऐप पर जानकारी चेक करें
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स्कूल के हेल्पलाइन नंबर या वेबसाइट से कन्फर्म करें
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क्लास टीचर से सीधा संपर्क करें