School Holiday: बच्चों के लिए बड़ी खुशखबरी! 24 जुलाई को स्कूलों में खास छुट्टी, जानिए क्यों?
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 12:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जुलाई का महीना बच्चों और अभिभावकों के लिए खुशियों से भरा रहता है क्योंकि इस महीने स्कूलों में कई छुट्टियां होती हैं। छत्तीसगढ़ में जुलाई 2025 की सबसे खास छुट्टी हरेली तिहार पर 24 जुलाई को है। यह छुट्टी राज्य सरकार द्वारा घोषित की गई है, जिससे सभी स्कूल बंद रहेंगे और बच्चे इस त्योहार को खुशी-खुशी मनाएंगे।
हरेली तिहार: छत्तीसगढ़ का खास त्यौहार
हरेली तिहार छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख कृषि त्योहार है, जो हर साल जुलाई के महीने में मनाया जाता है। इस दिन किसानों द्वारा कृषि यंत्रों की पूजा की जाती है ताकि फसल अच्छी हो और साल भर खुशहाली बनी रहे। इस त्योहार को मनाने का तरीका गांव-शहर सभी जगह पारंपरिक और भव्य होता है। राज्य सरकार इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करती है ताकि सभी लोग पूरे मन से इस त्योहार को मना सकें।
जुलाई में पहले भी मिली छुट्टियां: मुहर्रम और गुरु पूर्णिमा
जुलाई में हरेली तिहार से पहले भी छत्तीसगढ़ में दो महत्वपूर्ण छुट्टियां मिली थीं। पहली थी मुहर्रम की छुट्टी, जो इस्लामी कैलेंडर के अनुसार मनाई जाती है। दूसरी बड़ी छुट्टी गुरु पूर्णिमा की थी, जो इस साल 10 जुलाई को आई थी। गुरु पूर्णिमा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत बड़ा है। इस दिन स्कूलों में अक्सर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और कई जगह पूर्ण अवकाश भी दिया जाता है ताकि बच्चे और शिक्षक इस पर्व को श्रद्धा से मनाएं।
भारी बारिश में ‘रेनी डे’ घोषित होने की संभावना
जुलाई का महीना छत्तीसगढ़ में मानसून का समय होता है, जब भारी बारिश होती है। बारिश के कारण स्कूलों में कभी-कभी अचानक छुट्टी यानी ‘रेनी डे’ घोषित किया जाता है। अगर मौसम ज्यादा खराब होता है या बिजली गिरने की आशंका रहती है तो सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन स्कूल बंद करने का आदेश दे देता है। खासकर बस्तर, सरगुजा, कोरिया जैसे इलाकों में यह नियम अक्सर लागू होता है। इससे बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
बच्चों और अभिभावकों के लिए राहत की बात
जुलाई में मिली ये छुट्टियां बच्चों के लिए एक बड़ी राहत हैं। लंबे समय तक पढ़ाई के बाद थोड़ी राहत मिलने से बच्चे तरोताजा हो जाते हैं। इसके साथ ही परिवार के लोग भी छुट्टियों में मिलकर त्योहारों का आनंद लेते हैं। हरेली तिहार जैसी पारंपरिक छुट्टियों का आनंद लेने से बच्चों को अपनी संस्कृति और परंपराओं को समझने और पहचानने का मौका मिलता है।