School Closed: स्कूलों में छुट्टियां: 17 से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे सभी शिक्षण संस्थान
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 08:59 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों में 17 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। यह आदेश सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी सभी शिक्षण संस्थानों पर लागू होगा।
गाजियाबाद में स्कूल बंद: प्रशासन ने जारी किया आदेश
गाजियाबाद के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने आदेश जारी करते हुए कहा कि बेसिक, माध्यमिक, CBSE, ICSE, मदरसा और उच्च शिक्षण संस्थान भी इस अवधि में पूरी तरह बंद रहेंगे। यह निर्णय कांवड़ यात्रा के दौरान बढ़े हुए ट्रैफिक दबाव और सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है। प्रशासन ने बताया कि कांवड़ यात्रा के प्रमुख रूटों में आने वाले क्षेत्रों में भारी भीड़ और यातायात जाम की आशंका है, ऐसे में बच्चों और अभिभावकों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करना जरूरी हो गया।
मेरठ रोड पर ट्रैफिक डायवर्जन, स्कूलों को ऑनलाइन मोड में किया गया शिफ्ट
गाजियाबाद में मेरठ रोड की एक लेन को विशेष रूप से कांवड़ियों के लिए आरक्षित किया गया है, जिससे आम यात्री और स्कूल बसों की आवाजाही प्रभावित हो सकती है। कई स्कूलों ने अभिभावकों को व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए सूचना दी है कि शैक्षणिक कार्य ऑनलाइन मोड में जारी रहेंगे।
मेरठ और मुजफ्फरनगर में भी अवकाश घोषित
केवल गाजियाबाद ही नहीं, बल्कि मेरठ और मुजफ्फरनगर में भी कांवड़ यात्रा को लेकर स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है:
मेरठ: जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने 16 से 23 जुलाई तक सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों (सरकारी, प्राइवेट, CBSE, ICSE, UP बोर्ड) में अवकाश घोषित किया है। मुजफ्फरनगर: यहां भी 16 से 23 जुलाई तक सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी का आदेश जिलाधिकारी ने जारी किया है। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने इसे अमल में लाने के निर्देश दिए हैं।
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा को लेकर सख्ती
हर साल सावन के महीने में लाखों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्य तक जाते हैं। इस दौरान हाईवे और मुख्य मार्गों पर अत्यधिक भीड़, ट्रैफिक डायवर्जन और संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर प्रशासन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करता है। इस बार भी 23 जुलाई को जलाभिषेक के दिन भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए पहले से ही पूर्व एहतियात के तौर पर शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
24 जुलाई से फिर से खुलेंगे स्कूल
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अवकाश केवल अस्थायी है और स्थिति सामान्य होने पर 24 जुलाई से सभी शिक्षण संस्थान पुनः खोल दिए जाएंगे।