साहेब, बीवी और गैंगस्टर... बाहुबलियों की विरासत के लिए पत्नियां सियासी अखाड़े में

punjabkesari.in Thursday, May 09, 2024 - 10:17 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार में बाहुबलियों की सियासत की पूरी दुनिया में चर्चा होती है। बाहुबलि नेता जेल चले जाएं तो उनकी विरासत संभालने के लिए उनकी पत्नियां पीछे नहीं हटती हैं, वे रुतबा हासिल करने के लिए बड़ी शिद्दत से चुनावी जंग लड़ती हैं, भले ही नतीजे कुछ भी हों। गैंगस्टर से बाहुबलि नेता बनने वालों की भी बिहार में कमी नहीं है। फिलहाल आपको  बिहार की मुंगेर  और सीवान लोकसभा सीट के बारे में बताते हैं, जहां मुंगेर चौथे चरण 13 मई और सीवान में छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा। इन दोनों लोकसभा सीट पर बीते जमाने के बाहुबलियों की पत्नियां सियासी अखाड़े में हैं।

सीवान में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। 2021 में शहाबुद्दीन की कोविड से मौत हो गई थी। वह  जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लिए परेशानी बनी हुई हैं। शहाबुद्दीन को सीवान के साहेब के नाम से जाना जाता था और वह इस सीट से चार बार सांसद रहे थे। कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद गैंगस्टर ने अपनी पत्नी हिना को राजद के टिकट पर सीवान से तीन बार लोकसभा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा था, लेकिन वह तीनों चुनाव हार गईं। राजद ने उन्हें टिकट नहीं दिया और वह चुनावी मैदान में आजाद उम्मीदवार के तौर पर उतर गईं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (ए.आई.एम.आई.एम.) ने उन्हें समर्थन देने का ऐलान किया है। उनके खिलाफ जदयू ने बाहुबली अजय सिंह की पत्नी और मौजूदा सांसद कविता सिंह की जगह विजयलक्ष्मी कुशवाहा को टिकट दिया है। राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है।

लालू ने पत्नी को टिकट देने का किया वादा, गैंगस्टर ने दो दिन में की शादी
मुंगेर में गैंगस्टर अशोक महतो को 17 साल बाद पिछले साल नवंबर में भागलपुर सेंट्रल जेल से रिहा किया गया था। उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से टिकट की मांग की थी। यादव ने उनसे कहा कि वह शादी कर लें और वह उनकी पत्नी को टिकट देंगे। दो दिनों के भीतर महतो (62) की शादी हो गई और उनकी पत्नी अनीता देवी अब राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। अनीता देवी तो सिर्फ उम्मीदवार हैं, क्योंकि असली लड़ाई तो अशोक महतो लड़ रहे हैं।

जदयू नेता ललन सिंह लिए बाहुबलि पत्नी संग कर रहे प्रचार
मुंगेर जदयू नेता ललन सिंह का गढ़ है, जो पहले भी दो बार (2009 और 2019 में) इस सीट से जीत चुके हैं। 2019 में राजद ने अपने गठबंधन के दौरान यह सीट कांग्रेस को दे दी थी और पार्टी ने एक अन्य गैंगस्टर और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को मैदान में उतारा था। वह ललन सिंह से एक लाख से ज्यादा वोटों से हार गईं। अनंत सिंह दोषी पाए गए और 2022 में विधानसभा की सदस्यता खो दी। उपचुनाव में राजद ने नीलम देवी को मोकामा से मैदान में उतारा और उन्होंने भाजपा को हराकर जीत हासिल की। अनंत सिंह जेल में थे और इस साल फरवरी में बिहार विधानसभा में विश्वास मत के दौरान नीलम देवी ने एनडीए के प्रति अपनी निष्ठा बदल दी। नीलम देवी क्षेत्र में ललन सिंह के लिए प्रचार कर रही हैं। दो दिन पहले अनंत सिंह को पारिवारिक संपत्ति विवाद निपटाने के लिए 15 दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था।


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Content Editor

Mahima

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