सोशल मीडिया से दूरी, पढ़ाई से नाता– टॉपर बनी प्रीति ने रामदर्शन को किया गर्वित

punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 12:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क. छत्तीसगढ़ के लिए 7 मई का दिन एक ऐतिहासिक दिन था। इस दिन इसी साल हुई 10 वीं बोर्ड की परीक्षा परिणाम का ऐलान किया गया। छत्तीसगढ़ के पिथौरा स्थित रामदर्शन पब्लिक स्कूल की प्रीति पटेल ने 94.5% के साथ टॉप किया है। इसी के साथ छात्रा ने ये साबित किया कि सही दिशा में की गई मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास सफलता की ऊँचाई तक पहुंचा सकता है।

प्रीति पटेल छत्तीसगढ़ के (राजाडेरा) पिथौरा से हैं, यह उनकी सफलता न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष और मेहनत की कहानी है, बल्कि यह एक संदेश भी है उन सभी छात्रों के लिए जो कठिनाईयों और सीमाओं के बावजूद अपने सपनों को हासिल करने के लिए संघर्ष करते हैं। प्रीति की यात्रा ने यह साबित किया है कि जब दिल में सच्ची लगन हो और एक लक्ष्य की ओर निरंतर बढ़ने का इरादा हो, तो कोई भी मुश्किल रास्ता नाकाम नहीं हो सकता।

प्रीति के परिवार की पृष्ठभूमि भी बहुत प्रेरणादायक है। उनके पिता पुरुषोत्तम पटेल कृषक हैं और उनकी माता कामेश्वरी पटेल एक गृहिणी हैं। एक साधारण ग्रामीण परिवार से आने वाली प्रीति ने अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से यह सिद्ध कर दिया कि परिस्थितियाँ कभी भी किसी के सपनों को रोक नहीं सकतीं। स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्होंने अपनी शिक्षा को प्राथमिकता दी और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर खुद को पूरी तरह से अपनी पढ़ाई में समर्पित कर दिया।

रामदर्शन पब्लिक स्कूल की चेयरपर्सन कविता अग्रवाल ने इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा- यह परिणाम केवल अंक नहीं हैं, यह उन वर्षों की कड़ी मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास का परिणाम है। प्रीति ने जिस शांति और निष्ठा से पढ़ाई की, वह न केवल उनके लिए, बल्कि विद्यालय के हर छात्र के लिए एक प्रेरणा बन चुका है।

प्रीति की सफलता को लेकर विद्यालय के प्राचार्य जोगिंदर मेहर ने भी अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा- हमारे लिए यह सिर्फ एक रिजल्ट नहीं, बल्कि एक अनुभव है। प्रीति और बाकी छात्रों ने जिस तरह से पूरे साल खुद को प्रतिबद्ध रखा और पूरी तरह से अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया, वह सच में काबिल-ए-तारीफ है। हम गर्व महसूस करते हैं कि हमें ऐसी मेहनती और निष्ठावान छात्रा मिली।

प्रीति ने अपनी सफलता के पीछे सबसे बड़ा कारण नियमित अध्ययन, समय प्रबंधन और टीचर्स का मार्गदर्शन बताया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान पूरी तरह से सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी और लगातार रिवीजन पर ध्यान केंद्रित किया। मेरे शिक्षक हमेशा मेरे साथ थे, उन्होंने मुझे न केवल पढ़ाई में मदद की, बल्कि मेरे आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। उनका मार्गदर्शन मेरे लिए बहुत मूल्यवान था।

प्रीति की सफलता ने रामदर्शन पब्लिक स्कूल को गर्वित किया, लेकिन इसके साथ ही पिथौरा के शैक्षणिक परिदृश्य में भी एक नई लहर का संकेत दिया। यह न केवल विद्यालय के पहले बैच का परिणाम था, बल्कि इसने यह सिद्ध कर दिया कि कड़ी मेहनत और अनुशासन से बड़ी से बड़ी चुनौती को भी पार किया जा सकता है। पूरे शहर में इस सफलता को लेकर खुशी का माहौल है और लोग प्रीति की कड़ी मेहनत को सलाम कर रहे हैं। प्रीति पटेल के परिवार के लिए यह एक गर्व का क्षण है और वे मानते हैं कि यह सफलता उनके परिवार के साथ-साथ गांव और समाज के लिए भी एक प्रेरणा है। 

रामदर्शन पब्लिक स्कूल का यह पहला परिणाम केवल एक शुरुआत है। आने वाले वर्षों में यह स्कूल और भी छात्रों को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंचाने में सक्षम होगा। प्रीति पटेल ने एक रास्ता दिखाया है और अब यह देखना रोमांचक होगा कि रामदर्शन के अन्य छात्र और छात्राएं किस तरह इस प्रेरणा को अपनाकर अपनी मंजिल की ओर बढ़ेंगे।


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Content Editor

Parminder Kaur

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