महाराष्ट्र में पीएम मोदी का शरद पवार पर निशाना, 'यहां के एक कृषि मंत्री थे, लेकिन...

punjabkesari.in Thursday, Oct 26, 2023 - 09:24 PM (IST)

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र के कुछ लोगों ने किसानों के नाम पर केवल राजनीति की जिन्हें पहले अपनी उपज की बिक्री से पैसा पाने के लिए बिचौलियों पर निर्भर रहना पड़ता था। पवार यूपीए सरकार में कृषि मंत्री थे। मोदी ने कहा कि सामाजिक न्याय का असली अर्थ गरीबी से मुक्ति और जब देश के गरीबों को जीवन में आगे बढ़ने के पर्याप्त अवसर मिलते हैं। प्रधानमंत्री पश्चिमी महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिरडी में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और राज्य के किसानों के लिये वित्तीय सहायता योजना की शुरुआत करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सच्चे इरादों के साथ किसानों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है।

मोदी ने पवार का नाम लिए बिना कहा, “किसानों के नाम पर वोट की राजनीति करने वालों ने आपको पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसा दिया। महाराष्ट्र में कुछ लोगों ने किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति की। महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता ने देश के कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया। मैं व्यक्तिगत रूप से उनका सम्मान करता हूं, लेकिन उन्होंने किसानों के लिए क्या किया है?” एनसीपी संस्थापक ने केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार (2004-14) के दौरान कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया। मोदी ने कहा कि जब पवार केंद्रीय कृषि मंत्री थे तो किसानों को बिचौलियों की दया पर निर्भर रहना पड़ता था। उन्होंने कहा, “जब वह कृषि मंत्री थे, तो महीनों तक किसानों को अपने पैसे के लिए बिचौलियों पर निर्भर रहना पड़ता था। हमारी सरकार ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) का पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में दिया।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में उनकी सरकार के सत्ता संभालने के बाद एमएसपी तंत्र के तहत फसलों की खरीद में कई गुना वृद्धि हुई है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के संदर्भ में मोदी ने कहा, “सात वर्ष में एमएसपी के तहत (मोदी सरकार द्वारा) 13.5 लाख करोड़ रुपये का अनाज खरीदा गया, जबकि पिछली सरकार में एक वरिष्ठ नेता के कार्यकाल के दौरान यह आंकड़ा महज 3.5 लाख करोड़ रुपये था।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले, दलहन और तिलहन की खरीद केवल 500 करोड़ रुपये से 600 करोड़ रुपये तक होती थी, लेकिन उनकी सरकार ने इन उत्पादों के लिए किसानों को 1.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक दिए हैं। रबी (सर्दियों) की फसलों के लिए एमएसपी बढ़ाने के केंद्रीय मंत्रिमंडल के हालिया फैसले पर, मोदी ने सभा को बताया कि चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 105 रुपये और गेहूं और कुसुम (तिलहन की एक प्रजाति) का 150 रुपये बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि गन्ने का एमएसपी बढ़ाकर 315 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। पिछले नौ वर्ष में लगभग 70,000 करोड़ रुपये का एथेनॉल खरीदा गया है और पैसा सीधे गन्ना किसानों तक पहुंचा है।

मोदी ने कहा, “गन्ना किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए चीनी मिलों और सहकारी समितियों को हजारों करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गई है।” इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने निलवंडे बांध के बाएं किनारे (85 किलोमीटर) के नहर नेटवर्क को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि निलवंडे बांध का काम पांच दशकों से लंबित था। उन्होंने कहा कि दशकों से लटकी महाराष्ट्र की 26 और सिंचाई परियोजनाओं को केंद्र सरकार पूरा कराने में जुटी है। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारे किसानों व सूखाग्रस्त क्षेत्रों को होगा।

मोदी ने स्वास्थ्य, रेल, सड़क, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में लगभग 7,500 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, राष्ट्र को समर्पित किया या उनकी आधारशिला रखी। इन विकास परियोजनाओं में अहमदनगर सिविल अस्पताल में एक आयुष अस्पताल; कुर्दुवाड़ी-लातूर रोड रेलवे खंड (186 किमी) का विद्युतीकरण; जलगांव को भुसावल से जोड़ने वाली तीसरी और चौथी रेलवे लाइन (24.46 किमी); एनएच-166 (पैकेज-1) के सांगली से बोरगांव खंड को चार लेन का बनाना; और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के मनमाड टर्मिनल पर अतिरिक्त सुविधाएं शामिल हैं।
 


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Content Writer

Yaspal

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