''2024 नहीं 2047 को देखकर करें काम'', कैबिनेट बैठक में PM मोदी का मंत्रियों को मंत्र
punjabkesari.in Tuesday, Jul 04, 2023 - 09:49 AM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की और कहा कि उनके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने विगत नौ वर्षों में कई विकास कार्य किए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी स्थित प्रगति मैदान के नवनिर्मित सम्मेलन कक्ष में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से अगले नौ महीनों में लोगों को केंद्र सरकार के कार्यों के बारे में जानकारी देने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा। सितंबर में G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन इसी सम्मेलन कक्ष में किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि बैठक में 2047 तक बुनियादी ढांचे से लेकर बजट के आकार तक कई क्षेत्रों में भारत की संभावित विकास यात्रा पर एक प्रस्तुति भी दी गई। साल 2047 में भारत अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष मनाएगा।
सूत्रों ने कहा कि इससे भारत दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो जाएगा। पीएम मोदी ने 2023 से 2047 तक के सफर को देश के लिए 'अमृत काल' बताया। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने वैश्विक चुनौतियों का जिक्र किया और देश के विकास की सराहना की। सूत्रों ने कहा कि विदेश और रक्षा समेत विभिन्न मंत्रालयों का प्रतिनिधित्व करने वाले कई सचिवों ने बैठक के दौरान अपने विचार रखे, जिसमें मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा को भी अभूतपूर्व सफलता के लिए रेखांकित किया गया। करीब साढ़े चार घंटे तक चली बैठक में उनकी मिस्र यात्रा पर भी प्रकाश डाला गया। सूत्रों ने बताया कि इस बात पर भी चर्चा की गई कि बजटीय आवंटन को सही तरीके से कैसे लागू किया जाए।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मंत्रिपरिषद के साथ एक सार्थक बैठक, जहां हमने विभिन्न नीतिगत मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।'' उन्होंने बैठक से जुड़ी तस्वीरें भी साझा कीं। मंत्रिपरिषद की बैठक में, कुछ मंत्रालय आमतौर पर अपने काम के बारे में एक प्रस्तुति देते हैं, जिसमें प्रधानमंत्री अपने विचार साझा करते हैं। प्रधानमंत्री ने बैठक को संबोधित भी किया। हालांकि, उन्होंने क्या कहा, इसके बारे में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई। इस साल केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह दूसरी बैठक है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी ही एक बैठक जनवरी में आम बजट पेश होने से पहले की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2021 में आखिरी बार अपने मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार किया था। इसके बाद उन्होंने कुछ मौकों पर कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया था। वर्ष 2021 के मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार के तहत मोदी ने 36 नए चेहरों को जगह दी थी, जबकि 12 तत्कालीन मंत्रियों की पद से छुट्टी कर दी थी। जिन मंत्रियों की छुट्टी की गई थी, उनमें डी वी सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष गंगवार, बाबुल सुप्रियो, हर्षवर्धन प्रमुख थे। इस मंत्रिपरिषद विस्तार में पीएम मोदी ने अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया और भूपेंद्र यादव जैसे नेताओं को शामिल किया था, जबकि अनुराग ठाकुर, किरेन रीजीजू और मनसुख मांडविया को पदोन्नत किया था।
सूत्रों का कहना है कि आगामी चुनावों के मद्देनजर इस बार के मंत्रिपरिषद विस्तार में सरकार और संगठन के बीच तालमेल बैठाने के प्रयास के तहत कुछ कैबिनेट मंत्रियों को संगठन में जगह दी सकती है और संगठन के कुछ प्रमुख चेहरों को सरकार में शामिल किया जा सकता है। इस सिलसिले में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कई दौर की बैठकें की हैं। इन बैठकों में मुख्य रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी के संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल रहे हैं। तीनों नेताओं ने 28 जून को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। इन बैठकों व मुलाकातों के बाद मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलों को बल मिला है।