अफगानिस्तान से पिटकर घबरा गया है पाकिस्तान... अब भारत ने भी दिया करारा जवाब
punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 07:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चल रहे तनाव ने एक बार फिर इस्लामाबाद को मुश्किल में डाल दिया है। दोनों देशों के बीच घोषित 48 घंटे का सीजफायर पाकिस्तान के लिए राहत नहीं, बल्कि चिंता का सबब बन गया है। पाकिस्तानी खेमे को डर है कि यह सीजफायर ज्यादा देर टिकेगा नहीं, और इसी बेचैनी में उसने अब भारत पर “प्रॉक्सी वॉर” का आरोप लगा दिया है। लेकिन भारत ने इस दोषारोपण की राजनीति पर मुंहतोड़ जवाब दिया है।
अपनी नाकामियां छिपा रहा पाकिस्तान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा- “हम अफगानिस्तान और पाकिस्तान की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं। तीन बातें साफ हैं —
- पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है और आतंकी संगठनों को शरण और समर्थन देता है।
- अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पाकिस्तान की पड़ोसियों पर आरोप मढ़ने की पुरानी आदत है।
- अफगानिस्तान जब अपनी संप्रभुता और स्वतंत्रता का प्रयोग करता है, तो पाकिस्तान असहज हो जाता है।”
भारत ने दोहराया कि वह अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
भारतीय मिशन जल्द दूतावास के रूप में कार्यरत होगा
काबुल में भारतीय मिशन को अपग्रेड करने के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया- “हमारा टेक्निकल मिशन 2022 से काबुल में काम कर रहा है। आने वाले हफ्तों में यह पूर्ण दूतावास के तौर पर अपना कार्यभार संभालेगा।”
ट्रंप के दावे पर भी भारत की सख्त प्रतिक्रिया
इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद करेगा। भारत सरकार ने इस बयान को भ्रामक और गलत बताया। जायसवाल ने कहा “ट्रंप और पीएम मोदी के बीच ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई”। भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी ऊर्जा नीति का मुख्य उद्देश्य भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना है। “भारत हमेशा से तेल और गैस का एक महत्वपूर्ण आयातक रहा है। ऊर्जा क्षेत्र में अस्थिरता के बीच हमारी नीति का लक्ष्य यही है कि देश की जरूरतें पूरी हों और जनता के हित सुरक्षित रहें,” उन्होंने जोड़ा।