भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की सोच रहा ये शख्स, पाकिस्तान की तरह देख रहा खतरनाक सपने

punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 03:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क : बांग्लादेश के रिटायर्ड ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल्लाहिल अमान आजमी एक बार फिर भारत पर विवादित बयान देकर चर्चा में हैं। एक वीडियो में उन्होंने दावा किया कि ''जब तक भारत के टुकड़े टुकड़े नहीं हो जाते हैं बांग्लादेश में संपूर्ण शांति स्थापित नहीं हो सकती है।' आजमी की भारत-विरोधी टिप्पणियों का पुराना इतिहास रहा है।

कौन है अब्दुल्लाहिल अमान आजमी?

अमान आजमी, 1971 के युद्ध अपराधों में दोषी करार दिए गए जमात-ए-इस्लामी के नेता गुलाम आज़म के बेटे हैं। गुलाम आज़म पर हिंदुओं और आजादी के समर्थक बंगालियों के नरसंहार का आरोप साबित हुआ था। उसी पृष्ठभूमि के कारण आजमी का भारत-विरोधी रुख लंबे समय से देखा जाता रहा है।

यह भी पढ़ें - कभी नहीं डूबेगा इनमें रखा पैसा... RBI ने जारी की देश के तीन सबसे सुरक्षित बैंकों की लिस्ट

वीडियो में भारत को लेकर उगला जहर

अपने हालिया वीडियो में आजमी ने कहा, ''भारत जब तक टुकड़े-टुकड़े नहीं हो जाएगा, कयामत तक वह बांग्लादेश को शांतिपूर्वक रहने नहीं देगा। हमारे देश की मीडिया, हमारी सांस्कृतिक दुनिया, हमारे बुद्धिजीवियों के संसार में हर जगह भारत दखल देता है। पानी के मुद्दे पर जो लोग हमारे लिए अड़चन पैदा कर रहे हैं, हमारे लोगों को जिस तरह मारा जा रहा है, फिर व्यापारिक असमानता भी है। इन सब का जिक्र छोड़ भी दिया जाए तब भी समस्या बड़ी है।"

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जैसी भाषा

आजमी के बयान पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर की उस रणनीति से मेल खाते हैं, जिसमें प्रॉक्सी युद्ध, आतंकी गतिविधियों और अस्थिरता फैलाकर भारत को कमजोर करने की बात की जाती है। इस रणनीति को 'ब्लीड इंडिया विद अ थाउजैंड कट्स' भी कहा जाता है।

पहले भी विवादों में रहा है आजमी

2024 में बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद आजमी ने—

  • देश का राष्ट्रगान बदलने की मांग की
  • संविधान में बदलाव का मुद्दा उठाया
  • भारत पर 1971 में बांग्लादेश पर सांस्कृतिक थोपने का आरोप लगाया

सितंबर 2024 में आजमी ने दावा किया था कि मौजूदा राष्ट्रगान बांग्लादेश की स्वतंत्र पहचान के खिलाफ है और इसे भारत द्वारा 'थोपा गया' था।

शांति समझौते पर भी उठाए सवाल

अपने नए वीडियो में आजमी ने कहा कि बांग्लादेश के पहाड़ी इलाकों में अस्थिरता के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया जाए। साथ ही, 1997 में अवामी लीग सरकार द्वारा किए गए शांति समझौते को आजमी ने 'दिखावा' करार दिया।


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Mehak

Related News